हर सुबह हो आपकी हंसती और मुस्कुराती, इसे सम्भव सिर्फ आप कर सकते हैं
श्वेता
जिस सुबह आप सुबह उठते हैं, उन सभी भावनाओं के लिए तैयार रहें जो दिन के दौरान आपको मार सकती हैं और एक बात जानती है कि ये सभी भावनाएं आपकी पसंद का नहीं होगी. आप नाराज होंगे, आप दुखी होंगे, आप दुखी होंगे और फिर आप खुश होंगे. यदि आप ध्यान देते हैं कि आप जिस भावना की सराहना करते हैं, वह खुशी है बेशक, कोई भी इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकता है कि खुश रहना सबसे अच्छा लगता है. हालांकि, आज जो जीवन हम जी रहे हैं, खुशी एक दुर्लभ भावना बन गई है जिसे हम महसूस करते हैं. कार्य, व्यक्तिगत संबंध और हमारे जीवन के अन्य पहलुए इतने जटिल हैं और कुछ हद तक अराजक हो गए हैं, भले ही हम चाहते हैं कि हम हर समय खुश रहें. दरअसल, यह सच है कि कोई भी हर समय खुश नहीं हो सकता है, जैसे कि हर समय दुखी, परेशान या नाराज नहीं हो सकता.
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