नालंदा : जेल में बंद कैदी की मौत, बेटे ने लगाया पुलिस पर पिटायी का आरोप
नालंदा में सोमवार को जेल में बंद एक इलाजरत कैदी की सदर अस्पताल में संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई. मृतक आरा जिला के बिहिया थाना क्षेत्र निवासी सुदर्शन यादव का पुत्र (50) धुरल यादव है.
खलासी की हत्या के आरोप में दो महीने से जेल में बंद था धुरल यादव
धुरल यादव अपने खलासी के हत्या के आरोप में 2 महीने से जेल में बंद था. दरअसल पावापुरी ओपी पुलिस ने 7 जनवरी को पटना रांची रोड किनारे चोरसुआ के पास झाड़ी से एक युवक का शव बरामद किया था. मृतक धुरल यादव के ट्रक का खलासी था. धुरल यादव मौत का कारण दुर्घटना बता रहा था, जबकि मृतक के शरीर पर बने जख्मों के निशान हत्या की गवाही दे रहे थे. मृतक खलासी झारखंड के बोकारो जिला के चास के वीर कुंवर सिंह कॉलोनी निवासी छोटु कुमार था. मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप ट्रक ड्राइवर धुरल यादव पर लगाया था. बताया जाता है कि धुरल यादव की बेटी के साथ खलासी छोटु कुमार यादव का प्रेम-प्रसंग चल रहा था. इसी खुन्नस में उसने खलासी को मौत के घाट उतार दिया. पावापुरी ओपी पुलिस ने धुरल यादव को मोतिहारी से गिरफ्तार कर खलासी हत्याकांड का खुलासा किया था.
बेटे का आरोप पुलिस ने की थी बेरहमी से पिटाई
मृतक धुरल यादव का बेटा गणेश यादव पुलिस पर बेरहमी से पिटाई के कारण मौत की वजह बता रहा है। गणेश यादव ने बताया कि उसके पिता के साथ रह रहे खलासी की सड़क हादसे में मौत हो गई थी, जबकि खलासी के परिजनों ने हत्या का आरोप उसके पिता पर लगाया था. जिसके बाद उसके पिता को मोतिहारी से पुलिस गिरफ्तार कर अपने साथ नालंदा लाई और बेरहम तरीके से डंडे से पिटाई की गई. पिटाई के कारण पैर में लगे पूर्व से स्टील बाहर निकल गया. जिसके बाद उन्हें सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया था. वहीं सदर अस्पताल के डॉ ने बताया कि धुरल यादव डायबिटीज, दमा और ब्रोकाइटिस बीमारी से ग्रसित था. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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