नालंदा : बड़गांव के सूर्य मंदिर से शुरू हुई थी छठ पूजा, भगवान श्रीकृष्ण के पौत्र राजा शाम्ब को मिली थी श्राप से मुक्ति
नालंदा में बड़गांव का सूर्य मंदिर काफी प्रसिद्ध है. ऐसा माना जाता है कि यहीं से छठ पूजा शुरू हुई थी. यहीं पर भगवान श्रीकृष्ण के पौत्र राजा शाम्ब को श्राप से मुक्ति मिली थी.
बता दें कि जिला मुख्यालय बिहारशरीफ से 10 किमी दूर है बड़गांव. यहां द्वापरकालीन ऐतिहासिक सूर्य मंदिर है. मान्यता है कि भगवान भास्कर को अर्घ्य देने की परंपरा इसी बड़गांव (बर्राक पुराना नाम) से शुरू हुई. भगवान श्रीकृष्ण के पौत्र राजा शाम्ब को इसी सूर्यनगरी में पूजा करने पर कुष्ठ रोग से मुक्ति मिली थी. कहा यह भी जाता है कि महाभारतकाल में पांडवों के साथ युद्ध के लिए राजगीर आये भगवान श्रीकृष्ण भी बड़गांव पहुंच भगवान भास्कर की आराधना की थी.
मगध सम्राट जरासंध व अजातशत्रु ने भी भगवान सूर्य व छठी मईया की पूजा की थी. बड़गांव सूर्यधाम की प्रसिद्धि इतनी कि कार्तिक और चैती छठ पर देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां अर्घ्य देने पहुंचते हैं. नहाय-खाय के दिन से ऐतिहासिक तालाब के आसपास तम्बुओं का शहर बस जाता है. देश के 12 अर्कों (प्रसिद्ध सूर्य मंदिर) में बड़गांव भी शामिल है. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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