मोतिहारी : आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल हत्याकांड का हुआ उद्भेदन, दो शूटर गिरफ्तार
मोतिहारी/पूर्वी चंपारण में हरसिद्धि के आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है. इस हत्याकांड के उद्भेदन के लिए गठित एसआईटी टीम को हत्याकांड के महज एक सप्ताह के अंदर यह सफलता मिली है. एसआईटी की टीम ने विपिन अग्रवाल हत्याकांड में शामिल रहे दो शूटरों को पिस्टल एवं जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है.
बता दें कि सुगौली थाना क्षेत्र के भटहां से पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी की है. पकड़े गये अपराधियों में हरसिद्धि के बाबू टोला का मनीष पटेल और उज्जैन लोहियार का नीरज कुमार शामिल है. इसके साथ ही पुलिस टीम ने हरसिद्धि के तीन व्यवसायियों के यहां भी छापेमारी की जिसमें दो फरार बताए जा रहे हैं. एक बड़े व्यवसायी से पुलिस ने पूछताछ भी की है.
पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी विपिन अग्रवाल हत्याकांड
विपिन अग्रवाल पूरे पूर्वी चंपारण जिले सहित हरसिद्धि के प्रमुख आरटीआई कार्यकर्ता थे. उनकी हत्या बीते 24 सितंबर को बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने हरसिद्धि प्रखंड कार्यालय के मुख्य द्वार के समीप उस समय कर दी थी, जब वे प्रखंड कार्यालय से अपने घर लौट रहे थे. इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद अपराधी फिल्मी स्टाइल में फायरिंग करते हुए भाग निकले थे. हत्याकांड का यह मामला पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई थी. विपिन हत्याकांड के बाद जिले के एसपी नवीन चंद्र झा ने एसआईटी का गठन किया और टेक्निकल सेल की मदद से आज उस हत्याकांड का उद्भेदन कर दिया.
जमीन के दलालों और सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों ने कराई थी विपिन की हत्या : एसपी
शुक्रवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित एक प्रेस वार्ता में जिले के एसपी नवीन चंद्र झा ने पत्रकारों को बताया कि विपिन अग्रवाल की हत्या जमीन के दलालों व सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले लोगों ने मिलकर कराई थी.एसपी ने कहा कि विपिन अग्रवाल आरटीआई के माध्यम से अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ काम कर रहे थे और उन्होंने कई अवैध कब्जाधारियों के कब्जे से अनेकों सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त भी करवाया था. जिसके कारण उनके विरोधियों की संख्या बढ़ गयी थी. एसपी के मुताबिक उक्त हत्याकांड में शामिल दो शूटरों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिनके पास से पुलिस ने एक पिस्टल एवं तीन जिंदा कारतूस बरामद किया है. वहीं तीन अपराधी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. एसपी श्री झा ने बताया कि आरटीआई कार्यकर्ता हत्याकांड में कई सफेदपोश लोगों की भी संलिप्तता उजागर हुई है. जिसकी जांच के साथ ही गहन पूछताछ जारी है. उन्होंने कहा कि पर्याप्त सबूत मिलने पर उन सभी सफेदपोश लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा. (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).
Comments are closed.