नालंदा : बिहार-झारखंड के कुख्यात डकैत सरगना योगेंद्र महतो के साथ एक गिरफ्तार
नालंदा से बड़ी खबर है, जहां पुलिस ने बिहार-झारखंड के कुख्यात डकैत सरगना समेत दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
मिली जानकारी के अनुसार, गत दिनों हरनौत में बाइक शोरूम के मालिक के घर डकैती की घटना को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड समेत दो अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गये. डकैती का मास्टरमाइंड अंतरराज्यीय गिरोह का सरगना निकला. जिसकी तलाश बिहार-झारखंड पुलिस कर रही थी. सरगना को गिरियक व सहयाेगी को नूरसराय से दबोचा गया. दोनों राज्य से बाहर भाग रहे थे. छापेमारी सदर डीएसपी के नेतृत्व में हुई. टीम में हरनौत थानाध्यक्ष देवानंद शर्मा, डीआईयू प्रभारी चंदन कुमार समेत अन्य सुरक्षाकर्मी शामिल थे.
मंगलवार को सदर डीएसपी डॉ मो शिब्ली नोमानी ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार डकैत सरगना की पहचान सीवान जिला के भगवानपुर थाना क्षेत्र के खैरवा गांव निवासी स्व सुदर्शन महतो के पुत्र योगेंद्र महतो उर्फ मास्टर विक्रम सेठ उर्फ अजय चौहान के रूप में हुई है जबकि दूसरा पटना जिला के बेलछी थाना क्षेत्र के बाघा टिल्ला गांव निवासी रामगुलाम शर्मा का पुत्र पिंटू कुमार उर्फ साधू है. उन्होंने बताया कि हरनौत डकैती कांड में कुछ माह पूर्व बिंद के बकरा निवासी रोहित केवट, पप्पू केवट और अमन कुमार को गिरफ्तार किया था. रिमांड पर लेकर बदमाशों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि घटना का मास्टरमाइंड योगेंद्र महतो है. योगेंद्र पर बिहार व झारखंड में आठ डकैती का केस दर्ज है. गुप्त सूचना पर उसे गिरियक से पकड़ा गया. इसी तरह पिंटू नूरसराय से लोडेड हथियार के साथ गिरफ्तार हुआ. योगेंद्र ने अपने गिरोह के साथ 16 जुलाई की रात हरनौत के बाइक शोरूम व्यवायी के घर लाखों की डाकाजनी की थी. योगेंद्र पर रांची, पटना, गोपालगंज, गया, कहलगांव, सीवान, सारण और हरनौत थाना में डकैती का केस दर्ज है.
सूत्रों की मानें तो योगेंद्र को 2002 में धनबाद पुलिस ने डकैती कांड में गिरफ्तार किया था. जेल से निकलने बाद वह एक गिरोह बना डाकाजनी करने लगा. 2012 में बदमाश रांची के बरियातू थाना क्षेत्र निवासी तत्कालीन सीबीआई के जज व प्रभारी डीटीओ समेत कई को निशाना बनाया गया था. गोपालगंज सांसद के घर हुई डकैती में भी योगेंद्र शामिल था. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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