बेगूसराय : प्रेम-प्रसंग में घर से फरार युवती के पिता ने अपहरण की दर्ज कराई प्राथमिकी, बेटी की बरामदगी के बाद घर पर रखने से किया इंकार
बेगुसराय में प्रेमी-प्रेमिका और माता-पिता के रिश्तों की एक अनोखी कहानी सामने आई है. जहां अपहरण के मामले में पुलिस द्वारा बरामद किए जाने पर लड़की ने अपहरण के आरोप को खारिज करते हुए खुद की इच्छा से भागकर प्रेमी के साथ शादी रचाने की बात कही. वहीं बेटी की फरारी पर अपहरण का केस दर्ज कराने वाले माता-पिता ने अब उसे अपने पास रखने से भी इंकार कर दिया है.
घटना छौड़ाही ओपी क्षेत्र के अमारी पंचायत के पीरनगर गांव की है. जहां के निवासी पवन दास की पुत्री सविता कुमारी का अपने घर के ठीक सामने रहने वाले रामदयाल दास से प्यार हो गया और दोनों प्रेम-प्रसंग में घर से फरार हो गए थे. वहीं सविता के पिता ने बेटी के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. जिसके बाद पुलिस ने मामले की तफ्तीश करते हुए सविता को बरामद कर लिया. लेकिन बरामदगी के बाद सविता के माता-पिता ने उसको अपने घर मे रखने से इनकार कर दिया. वहीं सविता ने भी अपने अपहरण की बात को गलत बताते हुए स्वेच्छा से घर से भागकर शादी करने की बात पुलिस को बताई.
सविता की माने तो वे दोनों हमउम्र हैं, 12 बरसों से दोनों में प्यार है. उसने बताया कि विगत 24 अप्रैल को वह अपने प्रेमी से मिलने दिल्ली चली गई. जिसके बाद मेरे माता पिता ने गांव समाज में पंचायत बैठाया. पंचायत ने मेरे मेरे पति एवं मेरे माता-पिता पर जुर्माना लगाया. इसके बाद हम दोनों विवाह कर सुख पूर्वक बाहर रह रहे थे. इसी बीच इस घटना के चार माह बाद अगस्त में उसके पिता पवन दास ने मेरे पति राम दयाल दास, ससुर बृजनंदन दास एवं मेरे देवर एवं सास पर मेरे अपहरण का प्राथमिकी छौड़ाही ओपी में दर्ज करवा दिया. जिसकी जानकारी होने पर वह डीएसपी मंझौल के समक्ष शनिवार को हाजिर हुई. जहां सविता ने उक्त बातें डीएसपी को बताई. सविता ने बताया कि डीएसपी ने छौड़ाही पुलिस को सूचना दें न्यायालय में हमारा बयान दर्ज करवाया. न्यायालय में हमने उक्त बात बताते हुए अपने माता-पिता के पास जाने की इच्छा प्रकट की. न्यायालय ने उसे माता पिता के पास पहुंचाने का आदेश छौड़ाही पुलिस को दिया. लेकिन माता-पिता ने उसे रखने से इंकार कर दिया.
बता दें कि न्यायालय के आदेश पर रविवार दोपहर छौड़ाही पुलिस के एएसआई एके ओझा के नेतृत्व में पुलिस बल सविता को लेकर पीरनगर उसके माता-पिता के घर पहुंची. सविता के पिता पवन दास एवं उसके स्वजनों ने पुलिस को दिए लिखित बयान में कहा कि उसकी पुत्री अपने मन से घर से भाग गई थी. अब उसे घर में रखेंगे और कुछ अनहोनी हो जाएगा तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. इसलिए हम इसे नहीं रखेंगे. सविता ने लाख आरजू मिन्नत की, संबंध ठीक करने की दुहाई दी, लेकिन इसका कोई असर उसके माता-पिता पर नहीं हुआ. वहां जुटे के लोग चर्चा कर रहे थे कि इस लड़की का क्या कसूर. इसके प्रेमी और उस स्वजन भागे-भागे फिर रहे हैं. सविता को उसके माता-पिता रखने को तैयार नहीं हुए. अब इस लड़की का क्या होगा. इस बेचारी का क्या कसूर है. प्रेम की इतनी बड़ी सजा यह, ठीक नहीं है.
वहीं छौड़ाही ओपी के एएसआई एके ओझा ने बताया कि न्यायालय के आदेश की तामील कराने आए थे. सविता के माता-पिता किसी कीमत पर इसे रखने को तैयार नहीं है. पुनः न्यायालय ले जा रहे हैं, वहां से जो आदेश होगा वह किया जाएगा. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
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