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मोतिहारी : पत्रकार मनीष कुमार हत्या मामले में दो गिरफ्तार, पत्रकार प्रेस परिषद ने की हत्यारों को फांसी देने की मांग

मोतिहारी/पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि थाना क्षेत्र अन्तर्गत मठ लोहियार चौक से शनिवार की शाम लापता हुए युवा पत्रकार मनीष कुमार का मंगलवार को पुलिस द्वारा शव बरामद किये जाने के बाद मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराया गया.

बता दें कि मृतक युवा पत्रकार मनीष कुमार एक निजी चैनल के अरेराज अनुमंडल के संवाददाता थे और जिले के पहाड़पुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत बथुआहा गांव के रहने वाले थे. मृतक पत्रकार के पिता डॉ संजय सिंह स्थानीय स्तर पर “अरेराज दर्शन” नामक समाचारपत्र निकालते हैं. युवा पत्रकार के लापता होने के बाद से ही हरसिद्धि पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. दो स्थानीय पत्रकारों को इस हत्याकांड में दो दिन पूर्व ही पुलिस ने कस्टडी में लिया था, जिन्हें आज जेल भेज दिया गया.

मठलोहियार के गद्दी टोला चंवर में मिला शव

अरेराज के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संतोष कुमार ने मीडिया को बताया कि मठलोहियार के गद्दी टोला में ग्रामीण अपने धान के खेत में खाद डाल रहे थे. उसी दौरान मृतक का जूता और मोजा खेत में दिखा. ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और शव की खोजबीन शुरू कर दी. स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से शव को पानी भरे चंवर से बाहर निकाला गया.

युवा पत्रकार का शव बरामद होने के बाद घटना स्थल पर आम लोगों के साथ ही पत्रकारों की भीड़ जमा हो गई. मृतक युवा पत्रकार मनीष कुमार सिंह के पिता डॉ. संजय सिंह घटना स्थल पर एसपी को बुलाने पर अड़े थे. बाद में समझा-बुझाकर पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मोतिहारी भेजा. हालांकि मोतिहारी सदर अस्पताल में मृतक के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका. चूंकि हत्या के 48 घंटे से अधिक बीत जाने के कारण सदर अस्पताल प्रबंधन ने पोस्टमार्टम के लिए शव को एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर भेज दिया. जहां आज मृत युवा पत्रकार के शव का पोस्टमार्टम किया गया.

पुत्र के लापता होने बाद पिता ने दो पत्रकारों सहित कुल 13 लोगों को किया था नामजद

युवा पत्रकार मनीष के लापता होने के बाद उनके पिता डॉ संजय सिंह ने हरसिद्धि थाने में प्राथमिकी दर्ज कर स्थानीय पत्रकार अमरेंद्र कुमार और असजद आलम सहित कुल 13 लोगों को नामजद किया था. सीसीटीवी फुटेज में दोनों नामजद पत्रकार मनीष के साथ दिखे थे. वहीं मनीष का बैग अमरेंद्र कुमार के घर से पुलिस ने बरामद किया था. पुलिस की अगर माने तो जिस दिन युवा पत्रकार मनीष कुमार सिंह लापता हुए थे. उसी दिन उनकी गला रेतकर हत्या कर दी गई थी.

युवा पत्रकार के हत्यारों को फांसी दो : पत्रकार प्रेस परिषद्

चंपारण के युवा पत्रकार मनीष कुमार सिंह की नृशंस हत्या कर अपराधियों ने लोकतंत्र पर हमला किया है. इस हत्याकांड को अंजाम देकर अपराधियों ने पुलिस-प्रशासन को भी बड़ी चुनौती दी है.उक्त बाते पत्रकार प्रेस परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष मधुरेश प्रियदर्शी ने बुधवार को एक बयान जारी कर कही. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के एक युवा साथी की हत्या से बिहार का पत्रकार समाज आक्रोशित है. प्रदेश अध्यक्ष ने राज्य सरकार खासकर सीएम नीतीश कुमार से हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार करने, स्पीडी ट्रायल चलाकर अपराधियों को फांसी की सजा दिलाने एवं मृतक पत्रकार के परिजनों को तत्काल सुरक्षा उपलब्ध कराने की पुरजोर मांग की है. इस संदर्भ में प्रदेश अध्यक्ष ने सूबे के डीजीपी और पूर्वी चंपारण के पुलिस कप्तान से वार्ता भी की है. प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रियदर्शी ने मृतक पत्रकार भाई मनीष कुमार सिंह की आत्मा की शांति और परिजनों को इस पीड़ा से उबरने की ताकत देने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है. (सेंट्रल डेस्क).

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