चाईबासा : कुजू के रैयतों ने की घेराबंदी हटाने की मांग, अपनी देशाउली-ओतेहासा की रक्षा को तत्पर रहने का विधायक ने किया आह्वान
चाईबासा में ईचा खरकाई कुजू नदी के कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण कर बाउंड्री वॉल खड़ा करने का मामला दिन प्रतिदिन गहराता जा रहा है. रोजाना सभी गांवों में रैयत बैठक कर आंदोलन की रुपरेखा तैयार करने में लगे हैं. बुधवार को भी कुजू गांव में रैयतों की बैठक हुई, जिसमें रैयतों ने चाईबासा के माननीय विधायक दीपक बिरुवा को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था.
इस बैठक में रैयतों ने कहा कि मेसर्स एस आर रुंगटा स्पंज आयरन प्लांट द्वारा घेराबंदी किए जाने से रैयत खेती नहीं कर पा रहे हैं. चूंकि कई रैयतों की जमीन घेराबंदी के अंदर है. रैयतों ने कहा कि अंदर जाने पर भगा दिया जाता है. इसके अलावा घेराबंदी के अंदर देशाउली भी है, जिससे ग्रामीण महरुम है. इस बाबत रैयतों ने विधायक जी के समक्ष पहली मांग रखी कि घेराबंदी हटाया जाए, अन्यथा उनके नेतृत्व में जन आंदोलन किया जाएगा.
वहीं बैठक में रैयतों ने विधायक दीपक बिरुवा के समक्ष प्रस्ताव रखा कि प्लांट से प्रभावित सभी गांवों में बिजली, पानी, स्वास्थ्य की व्यवस्था के साथ रोजगार से भी जोड़ा जाए. बैठक में विधायक दीपक बिरुवा ने रैयतों की मांगों का समर्थन करते हुए अपने ओतेहासा, देशाउली की रक्षा के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया. बैठक के अंत में धन्यवाद ज्ञापन ग्राम प्रधान सुकेश गिरीने किया.
बैठक में मानकी सिद्धेश्वर डुबराज तियू, मानकी शिवचरण पाड़िया, मुंडा अरदन कुदादा, मुंडा सुरेश बिरुली, मुंडा सुरजीत सिंह सामड, मुंडा बसंत नायक, मुखिया मंगल सिंह तियू, सतीश सुंडी, मन्नाराम कुदादा, मानकी देवगम के अलावा स्थानीय रैयतों में राजू सिद्धू, माधुरी हेंब्रम, सीता हेंब्रम, विवेक सिंह जोंकों, नोकेए हेंब्रम, कुशनू जोंकों आदि ने संबोधित किया. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).
Comments are closed.