बेगूसराय : पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में एआईएसएफ ने किया प्रदर्शन
बेगूसराय में शुक्रवार को ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत जिले के रजौड़ा, एसबीएसएस कॉलेज इकाई, शहर सेंटर, नागदह, सहित विभिन्न जगहों पर प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष अमीन हमजा ने कहा कि कोरोना काल में सरकार अपनी स्वस्थ व्यवस्था में विफलता से लोगों का ध्यान भटकाने, गंगा नदी में मिली लाश से सरकार का बेनकाब होने के बाद इस सवाल से जनता को ओझल करने के लिए और भाजपा सांसद प्रताप रूडी द्वारा चोरी किए गए एंबुलेंस का मामला दब जाए सहित विभिन्न जनहित मुद्दों से आम जनता को भटकाने के लिए पप्पू यादव को गिरफ्तार किया है. बिहार की जनता के प्रति सरकार की मंशा साफ नहीं है, एक तरफ सरकार लोगों से सहयोग की अपील करती है दूसरी तरफ यह बेरहम सरकार अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर कोरोना काल में जान हथेली में लेकर लोगों की हर तरह से सहयोग करने वाले पप्पू यादव जैसे लोगों को गिरफ्तार कर रही है. इससे साफ जाहिर होता है कि कोरोनावायरस जैसे खतरनाक वैश्विक महामारी से निपटने में सरकार की मंशा साफ नहीं है. हमारा संगठन मांग करता है कि कोरोना अवधि में पप्पू यादव, एआईएसएफ नेता रजनीकांत यादव को अविलंब रिहा किया जाए, और दवाओं एवं ऑक्सीजन गैस की कालाबाजारी करने वाले, एंबुलेंस को छुपा कर रखने वाले जैसे मानवता के दुश्मन व्यक्तियों पर कठोर कार्रवाई करें.
वहीं जिला अध्यक्ष अमरेश कुमार ने कहा कि हमारा संगठन लगातार सरकार और जिला प्रशासन को परिस्थितियों से अवगत कराते हुए शांतिपूर्ण तरीके से यह मांग कर रहा है कि ग्लोकल, अलेक्सिया जैसे सभी बड़े हॉस्पिटलों को सरकार अपने संरक्षण में लेकर उसमें कोरोना सहित अन्य बीमारियों का गरीबों को मुफ्त में इलाज किया जाए. हमारे संगठन में यह भी मांग किया कि हमारा संगठन लगातार गांव गांव में कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने का काम कर रहा है इसमें प्रशासन हमारे संगठन की मदद करें, इस काम से कुछ हद तक जानें बचाई जा सकती है. लेकिन सरकार और जिला प्रशासन की चुप्पी इनकी मनसा को साफ करती है. मौके पर जिला उपाध्यक्ष कैसर रेहान, एसबीएसएस कॉलेज छात्र संघ उपाध्यक्ष विपुल कुमार, कोषाध्यक्ष विपिन कुमार एवं एसबीएसएस कॉलेज इकाई अध्यक्ष बसंत कुमार आदि मौजूद रहेे. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
Comments are closed.