नालंदा : मैट्रिक परीक्षा में जिले के छात्रों ने लहराया परचम, शुभदर्शिनी ने राज्य में लाया प्रथम स्थान, दूसरे नंबर पर उत्कर्ष नारायण तो अफसाना खातून ने लाया 8वां रैंक
नालंदा में इंटर के बाद मैट्रिक परीक्षा में भी जिले की बेटियों ने सूबे में अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है. एकंगरसराय प्रखंड के कोरथू गांव निवासी ओमप्रकाश निराला व नीलम कुमारी की लाडली शुभदर्शिनी ने 484 अंक लाकर सूबे में पहला स्थान प्राप्त किया है. सिमुलतला स्कूल में पढ़ाई करने वाली शुभदर्शिनी डॉक्टर बनकर गरीबों की सेवा करना चाहती है. फिलहाल, उसका पूरा परिवार एकंगरसराय में रहता है. उसकी सफलता से प्रखंड के साथ पूरे जिले में खुशी का माहौल है.
बता दें कि शुभदर्शिनी के पिता हिलसा के चमरबिगहा मध्य विद्यालय में हेडमास्टर हैं. मां गृहिणी हैं. बड़ा भाई इसी साल इंटर की परीक्षा के विज्ञान संकाय में राज्य के टॉपर्स की लिस्ट में छठे स्थान पर रहा. पिता ने बताया कि बचपन से मेधावी शुभ (शुभदर्शिनी) की प्रारंभिक शिक्षा एकंगरसराय में ही हुई है. वर्ष 2016 में उसका दाखिला सिमुलतला आवासीय विद्यालय में हुआ था. शुभ का कहना है कि बचपन से घर में पढ़ाई का माहौल था. माता-पिता के आशीर्वाद और कड़ी मेहनत ने उसे टॉपर बनाया. आगे वह डॉक्टर बनने का लक्ष्य लेकर और अधिक मेहनत करना चाहती है.
वहीं खुदागंज की अफसाना खातून ने 477 अंक लाकर 8 वां रैंक हासिल किया है. वह यूपीएससी करना चाहती है. जबकि मैट्रिक परीक्षा में राज्य में दूसरी रैंक प्राप्त करने वाला उत्कर्ष नारायण भारतीय इंजीनियर बन देश की सेवा करेंगे. सबसे पहले वे हरसंभव प्रयास कर इंटर एग्जाम की तैयारी करेंगे और उसमें भी बेहतर करने का प्रयास करेंगे. तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर रहने वाले उत्कर्ष ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सेल्फ स्टडी से तैयारी कर परीक्षा दी. उनके पिता अनुग्रह नारायण भारती किसान हैं तो माता रंजू देवी गृहिणी हैं. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
Comments are closed.