सीवान : जिला स्थापना दिवस के मौके पर समाहरणालय परिसर में परिवार ने की आत्मदाह की कोशिश
सीवान में गुरुवार को समाहरणालय परिसर में उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गयी जब एक परिवार की चार महिलाएं सरेआम आत्मदाह की कोशिश करने लगी. चारों महिलाएं अपने शरीर पर किरोसिन तेल उड़ेल कर आग लगाने जा रही थी. हालांकि समाहरणालय में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़ आत्मदाह करने से रोक लिया.
दरअसल, आत्मदाह करने वाली महिलाएं बड़हरिया थाना क्षेत्र के पुरैना गांव की रहने वाली थी. जो स्थानीय पुलिस की कार्यशैली से क्षुब्ध होकर सपरिवार एसपी कार्यालय के समक्ष अपना आत्मदाह करने आई थी. पूछताछ किये जाने पर उनमें से एक महिला आशा देवी ने बताया कि करीब साढ़े चार माह पूर्व 25 जुलाई को उसके बेटे अभिषेक कुमार मिश्रा का कालापुर गांव के पास से अपहरण कर लिया गया, जिसकी नामजद प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने अभी तक अपहरणकर्त्ताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, जबकि अपहरण के आरोपी सभी नामजद अभियुक्त गांव में न सिर्फ खुलेआम घूम रहे हैं बल्कि उन्हें धमकी भी दे रहे हैं.
महिला आशा देवी ने बताया कि 25 जुलाई को गांव के विवेक मिश्रा, रजनीश मिश्रा और मोहन साह उसके पुत्र अभिषेक कुमार मिश्रा को दिन के 11 बजे घर स बुलाकर अपने साथ ले गए थे, तब से उसका बेटा अभिषेक वापस नहीं आया. जबकि तीनो लोग आ गए और बेटे के बारे में पूछने पर कुछ भी नहीं बताते हैं, उल्टे धमकी देते हैं. महिला ने तीनों के विरुद्ध बड़हरिया थाना में अपने बेटे के अपहरण की नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने आजतक कोई कार्रवाई नहीं की है. महिला ने बताया कि अपनी फरियाद लेकर वह छपरा और पटना तक पुलिस के वरीय अधिकारियों के पास जा चुकी है, लेकिन कहीं से कोई कार्रवाई नही हो रही. जिससे तंग आकर अपने पूरे परिवार के साथ आज सीवान जिला स्थापना दिवस के मौके पर एसपी ऑफिस के सामने आत्मदाह करने आएं हैं. वहीं समाहरणालय परिसर में हंगामे की खबर सुन सदर एसडीओ और पुलिस पदाधिकारी ने जाकर उनसे सारी बातों को जाना और शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया. (सेंट्रल डेस्क).
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