सीवान : बड़हरिया में दलित परिवार के मरघट पर जबरन चल रहा स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण कार्य, ग्रामीणों में स्थानीय प्रशासन के प्रति रोष
सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड में प्रशासन की मनमानी देखने को मिल रही है. जहां सवाना गांव में पिछले एक सप्ताह से एक लाचार दलित परिवार के मरघट की जमीन पर विरोध के बावजूद स्थानीय अंचलाधिकारी गौरव प्रकाश के निर्देश पर ठेकेदार द्वारा स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण कराया जा रहा है. जबकि उक्त दलित परिवार की महिला अपनी पुश्तैनी जमीन के जबरन अतिक्रमण को रोकने के लिए लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रही है, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही.
बता दें कि प्रशासन की इस हरकत से स्थानीय ग्रामीणों में स्थानीय प्रशासन के प्रति काफी रोष व्याप्त है, जो किसी बड़ी घटना का कारक बन सकता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह दलित परिवार जिसके द्वारा मरघट के जमीन की पुश्तैनी होने का दावा किया जा रहा है उसके पास मौत के बाद दफन होने तक के लिए जमीन उपलब्ध नहीं है. ऐसी स्थिति में परिवार के पुश्तैनी मरघट की जमीन पर प्रशासन द्वारा जबरन कब्जा कहीं ना कहीं सुशासन बाबू के सपनों के साथ खिलवाड़ के समान है.
वहीं उपरोक्त प्रकरण में स्थानीय भाजपा नेता अनिल कुमार गिरी ने कहा कि अंचलअधिकारी की लापरवाही से दलित परिवार एक सप्ताह से चक्कर काट रहा है, लेकिन कोई सकारात्मक पहल स्थानीय प्रशासन द्वारा नहीं की गई. जबकि अंचलाधिकारी को स्थल निरीक्षण कर उस दलित महिला के मरघट की समस्या का समाधान करना चाहिए और उसके लिए भी मरघट की जमीन चिन्हित कर देनी चाहिए. उन्होंने बताया कि जिस जमीन पर वर्तमान में अंचलाधिकारी गौरव प्रकाश द्वारा स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण हेतु एनओसी जारी की गई है. उस जमीन को वर्ष 2014 में जिलाधिकारी के निर्देश पर नया प्राथमिक विद्यालय निर्माण हेतु शिक्षा विभाग को बंदोबस्त किया गया था, लेकिन उस समय जमीन मालिकों के विरोध के कारण विद्यालय निर्माण कार्य की शुरुआत नहीं की गई. वहीं यह स्थानीय प्रशासन की लापरवाह कार्यप्रणाली का परिणाम है कि इस बार फिर उसी जमीन पर स्वास्थ्य केंद्र निर्माण हेतु एनओसी जारी करते हुए निर्माण कार्य का प्रारंभ करा दिया गया है, जो कि एक बार फिर लाचार पीड़ित दलित परिवार के लिए मुसीबत बनी हुई है. (राकेश रंजन गिरि की रिपोर्ट).
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