सहरसा : सलखुआ सीएचसी का सिविल सर्जन ने किया निरीक्षण
सहरसा में सिविल सर्जन डा अवधेश कुमार ने शनिवार को सलखुवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया. सिविल सर्जन के सलखुवा सीएचसी में दवा स्टॉक का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने रजिस्टर से मिलान कर दवाओं के स्टॉक है विस्तृत जानकारी ली. उन्होंने वार्ड में भर्ती मरीजों से उनके ईलाज की सुविधा के विषय में भी बात-चीत की. इन इस मौके पर सीएचसी के अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया दिशा निर्देश :
जिला सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार ने बताया कि प्रभारी मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार को सलखुआ ब्लॉक में कोविड के 200 जाँच सुनिश्चित कराने का लक्ष्य दिया गया है. साथ ही जिस पंचायत में अति बाढ़ प्रभावित इलाके हैं उनमें कैंप लगाकर जांच का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा सबसे पहले उन लोगों को प्राथमिकता दी जाए जो गंभीर रूप से बीमार हैं. साथ ही गर्भवती महिलाओं की नियमित जाँच के भी निर्देश दिए गए हैं. सलखुआ प्रखंड में पांच कंटेंटमेंट जोन बनाए गए हैं. उन सभी में सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए कोविड-19 की जांच करने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा बाढ़ प्रभावित इलाके सहित पूरे कंटेंटमेंट जोन तथा सलखुआ ब्लॉक में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं तथा अन्य बीमार व्यक्तियों को आशा के द्वारा सर्वे कर उन्हें उचित चिकित्सीय सुविधा मुहैया कराने के भी निर्दश दिए गए हैं. सिविल सर्जन ने बताया कि कोविड-19 संक्रमित गर्भवती महिला के संपर्क में आने वाले चिकित्सकों एवं नर्सों को आवश्यक रूप से पीपीई कीट का इस्तेमाल करने की सलाह दी गयी है. साथ ही जो भी लेबर रूम में अपना योगदान देगी वह पांच दिन तक किसी भी व्यक्ति या महिला के संपर्क में नहीं आएंगे. छठे दिन उनका भी टेस्ट करना है ताकि वह भी कोई को भी गर्भवती महिला या पेशेंट के संपर्क में आने के बाद वह भी कोरोना से ग्रसित ना हो. सिविल सर्जन के द्वारा बताया गया है कि बाढ़ ग्रसित क्षेत्र एवं कंटेनमेंट जोन में विशेष कैंप लगाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों का सैंपल संग्रह किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा संघ लोगों की पहचान हो सके.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखें खयाल :
निरक्षण के दौरान सिविल सर्जन ने सीएचसी परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कोरोना संक्रमण लोगों में एक-दूसरे के संपर्क में आने से बढ़ता है. अस्पताल में बहुत जगह से बहुत से लोग आते हैं जो संक्रमित व्यक्ति हो सकते हैं. इसलिए लोगों को एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. गर्भवती महिलाओं को एडमिट करते ही उनका भी स्क्रीनिंग किया जाय. वहीं अस्पताल में रोगी और उसके अटेडेंट के बीच भी सेाशल डिस्टेंस का पालन होना चाहिए.
साफ-सफाई का रखें ध्यान :
अस्पताल परिसर में विशेष तौर पर लेबर रूम में साफ-सफाई पर विशेष तौर पर ध्यान देने का सिविल सर्जन ने निर्देश दिया है. उन्होंने अस्पताल में उपस्थित सभी एएनएम एवं अन्य कर्मियों को मास्क, ग्लव्स आदि का नियमित रूप से उपयोग करने की सलाह दी है. किसी पेसेंट के आने पर उन्हें भी साफ-सफाई पर ध्यान रखने और अगर उन्हें एडमिट कराया जा रहा है तो उनको हैंड वाश कराने के बाद ही एडमिट करने का निर्देश दिया है. (राजा कुमार की रिपोर्ट).
Comments are closed.