सीवान : आरबीएसके फार्मासिस्ट व नर्सो की हड़ताल 37वें दिन भी जारी
सीवान के हसनपुरा प्रखंड में अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर अपनी एकसूत्री मांग को ले बिहार प्रदेश के राष्ट्रीय बाल स्वस्थ्य कार्यक्रम के फार्मासिस्ट व एएनएम विगत 15 जून से हड़ताल पर है. वही संविदारत कर्मी भी अपने 17 सूत्री मांगों के समर्थन में हड़ताल पर चले गये है. जिसके चलते ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर देखने को मिल रहा है.
बता दें कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में बिहार जैसे पिछड़े प्रदेश में जहा एक तरफ स्वास्थ्य केंद्रों पर संसाधनों का घोर अभाव है. वहीं आपदा की इस घड़ी में कर्मियो के हड़ताल पर जाने से प्रदेश के स्वास्थ्य केंद्रों, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों व उप स्वास्थ्य केंद्रों का बुरा हाल है. इस संदर्भ में अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के बिहार प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शाहिद अंसारी व विजय कुमार सिंह ने बताया कि रास्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत वर्ष 2015 में एक ही विज्ञप्ति के माध्यम से आयुष चिकित्सको, फार्मासिस्ट व एएनएम की बहाली लिखित परीक्षा के द्वारा की गई. कोरोना काल मे सरकार द्वारा आयुष चिकित्सको के मानदेय में एकतरफा बढ़ोतरी करते हुये 22 हजार से 44 हजार कर दिया गया. परन्तु फार्मासिस्ट व एएनएम के मानदेय पर कोई विचार नही किया गया.
वेतन विसंगति व सरकार की दोहरी नीति को आत्मसात करते हुये कोरोना के भीषण संक्रमण काल मे फार्मासिस्ट व एएनएम विषम से विषम परिस्थिति में फ्रंट लाइन वर्कर की तरह कार्य करते रहे. कार्यस्थल पर सामाजिक और आर्थिक प्रताड़ना का दंश झेलते फार्मासिस्ट व एएनएम द्वारा वेतन विसंगतियों को दूर करने को ले जिले के आला अधिकारियों, स्वास्थ्य सचिव, स्वास्थ्य मंत्री व सीएम को भी पत्र-पत्रिकाओ, सोशल मीडिया, व्यक्तीगत तौर पर इस संबंध में सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया. परन्तु नतीजा सिफर निकला. सरकार कुम्भकर्णी नीद सोती रही. थक हार कर संघ के आह्वान पर वेतन विसंगति को दूर कर सरकार द्वारा बहाल सविदारत फार्मासिस्टों व एएनएम के समतुल्य मानदेय को ले 15 जून से 28 जून तक 14 दिनों के लिये होम क्वारेंटाइन पर चले गये. फिर भी सरकार द्वारा आरबीएसके के फार्मासिस्ट व नर्सो के मांगो पर विचार नही किया गया. सरकार के तानाशाही रवैये व सामाजिक आर्थिक प्रताड़ना झेल रहे कर्मी 29 जून से लगातार अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है.
वहीं इस संबंध में अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद कुमार यादव ने दो टूक कहा कि जब तक सरकार आरबीएसके के फार्मासिस्ट व नर्सो के मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुये कोई सम्मानजनक निर्णय नही लेगी, हड़ताल जारी रहेगा. मौके पर महासचिव दिलीप कुमार यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीरज कुमार, उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, रोहित कुमार, सचिव प्रेम कुमार राय, प्रवक्ता इमाम हसन, कोशाध्यक्ष फैयाज आलम, मीडिया प्रभारी अशोक कुमार पांडेय समेत अन्य गणमान्य मौजूद थे. (ए शंकर की रिपोर्ट).
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