मुंगेर : अधिवक्ताओं ने किया चीन के राष्ट्रपति का पुतला दहन, जिला इत्तेहाद कमिटी ने जल सत्याग्रह कर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
मुंगेर में भारत-चीन सीमा पर शहीद हुए भारत के वीर सपूतों को सोमवार को श्रद्धांजलि दी गयी. जिला अधिवक्ता संघ ने जहां दो मिनट का मौन व्रत धारण करते गए शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद चीनी राष्ट्रपति का पुतला दहन किया, वहीं जिला इत्तेहाद कमिटी द्वारा सोझी गंगा घाट पर जल सत्याग्रह कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया.
बता दें कि अधिवक्ताओं ने शहीदों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखने के साथ साथ पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी, साथ ही चीन निर्मित सामानो के बहिष्कार करने का नारा लगाते हुए चीनी राष्ट्रपति के पुतले के साथ साथ चीनी सामानो को जलाया. अधिवक्ताओं ने बेबाकी से चीन निर्मित सामानों के बहिष्कार का पक्ष लेते हुए कहा कि चीन देश के बाजार का इस्तेमाल कर आर्थिक शक्ति बन गया और अब चीन के द्वारा भारत को ही आंख दिखाया जा रहा है ऐसे में अब चीन को सबक सिखाने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि आज मुंगेर के अधिवक्ताओं ने चायनीज सामानों के बहिष्कार का शपथ लिया है.
वहीं दूसरी ओर जिला इत्तेहाद कमिटी द्वारा लद्दाख के गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सेनिको को सोझी गंगा घाट में जल सत्याग्रह कर चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया तथा शहीद हुए भारतीय सेनाओ को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस दौरान लोगो ने पानी मे खड़े होकर हाथो में पोस्टर लेकर चीन के कायरतार्पूण रवैया पर अपना विरोध जताया. कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे मुंगेर जिला इत्तेहाद कमिटी के संरक्षक जफर अहमद ने कहा कि भारतीय सैनिको की शहादत को हम नमन करते हैं और जिस तरह हमारे भारतीय जवान ठंड, बरसात तथा धुप में देश की सीमा पर खड़े होकर देश की सुरक्षा करते है, आज हमलोगो ने भी जल में खड़े होकर अपने शहीद वीर सपूतो के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की है और चीन के इस रवैये का पुरजोर विरोध करते हैं. (अमृतेश सिन्हा की रिपोर्ट).
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