नालंदा : आउटसोर्स डाटा इंट्री ऑपरेटरों ने अपनी मांगों को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय पर दिया धरना
नालंदा में मंगलवार को डाटा ऑपरेटरों ने समायोजन की मांगों को लेकर बिहारशरीफ सदर अस्पताल परिसर स्थित सिविल सर्जन कार्यालय के समीप एक दिवसीय धरना देते हुए कार्य का बहिष्कार किया.
धरना में सदर अस्पताल, हरनौत, सिलाव, गिरियक, राजगीर समेत अन्य अस्पतालों के डाटा ऑपरेटरों ने हिस्सा लेते सरकारी शोषण के खिलाफ प्रदर्शन किया. वे नई एजेंसी द्वारा समायोजन की मांग कर रहे हैं. मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन जारी रहेगा. आउटसोर्स डाटा ऑपरेटर संघर्ष समिति के जिला संयोजक सन्नी कुमार ने बताया कि हमलोग कई वर्षों से डाटा ऑपरेटर काम कर रहे हैं. ऐसे में नए सिरे से जांच या परीक्षा लिया जाना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है. काम कर रहे ऑपरेटरों को नई एजेंसी समायोजित करे. इसके बाद रिक्त पदों पर अपनी भर्ती की प्रक्रिया शुरू करे. जांच के नाम पर ठगी का खेल नहीं चलेगा. इसके विरोध में आंदोलन जारी रहेगा. टाइपिंग टेस्ट, परीक्षा व आरक्षण रोस्टर के नाम पर निकासी बहाली का खेल चलने का अंदेशा है. साथ ही ऑपरेटरों से वसूली होने का खतरा है. इसके बाद 17 जून को राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक के सामने प्रदर्शन किया जाएगा.
मौके पर बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला मंत्री संजय कुमार शशिकांत कुमार, अर्चना कुमारी, अतिश कुमार, मनोज कुमार, नागेंद्र कुमार, चंदन कुमार, शिशुपाल कुमार, सन्नी कुमार, सुदीप कुमा, मणिकांत कुमार, संजीत कुमार, मुन्ना कुमार, मनीष, मुन्ना, सीमा, रौनक, आनंद व अन्य डाटा ऑपरेटर , शिशुपाल पांडेय मौजूद थे. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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