नालंदा : प्रवासी कामगारों को क्वारेंटाइन में रखने के लिए जारी नए गाइडलाइन को लेकर डीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग कर पदाधिकारियों को दिया निर्देश
नालंदा में अन्य राज्यों से बिहार में आने वाले प्रवासी कामगारों के रेंडम सैंपल टेस्टिंग के रिजल्ट के अध्ययन के आधार पर आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रवासी कामगारों को क्वारेंटाइन में रखने के लिए नया गाइडलाइन जारी किया गया है.
बता दें कि अद्यतन गाइडलाइन के आधार पर अत्यधिक प्रभावित राज्य, शहर एवं जिलों को केटेगरी ‘ए’ में रखा गया है. इन क्षेत्रों से आने वाले प्रवासियों को अनिवार्य रूप से प्रखंड एवं पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन सेंटर पर 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन में रखा जाएगा. कैटेगरी ‘ए’ के अलावा अन्य क्षेत्रों से आने वाले लोगों को उनके निबंधन एवं स्क्रीनिंग के उपरांत 21 दिनों के होम क्वारेंटाइन के लिए घर भेजा जाएगा. उनसे होम क्वारेंटाइन के अनुपालन से संबंधित सेल्फ डिक्लेरेशन लिया जाएगा.
गौरतलब है कि नालंदा जिला के लिए कैटेगरी ‘ए’ के अंतर्गत संपूर्ण महाराष्ट्र प्रदेश, दिल्ली, एनसीआर के गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा एवं गाजियाबाद जिले, सूरत, अहमदाबाद, बड़ौदा, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, कोलकाता, हावड़ा, आगरा, कानपुर, कुरनूल, जालंधर, लुधियाना, अमृतसर, सोनीपत एवं रांची शहर को शामिल किया गया है. इन जगहों से आने वाले प्रवासियों को अनिवार्य रूप से प्रखंड एवं पंचायत स्तरीय क्वारेंटाइन सेंटर पर 14 दिनों के लिए रखा जाएगा. क्वारेंटाइन अवधि पूरा करने के बाद बगैर लक्षण वाले प्रवासियों को सात दिनों के होम क्वारेंटाइन के लिए उनके घर भेजा जाएगा. इसके अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों से आने वाले प्रवासियों को निबंधन एवं स्क्रीनिंग के बाद 21 दिनों के होम क्वारेंटाइन के लिए उन्हें घर भेजा जाएगा.
कैटेगरी ‘ए’ से अतिरिक्त वाले स्थलों से पूर्व में आ चुके प्रवासी, जो अलग भवनों में क्वारेंटाइन सेंटर में रखे गए हैं, उन्हें उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद होम क्वारेंटाइन के लिए उनके घर भेजा जाएगा. जहां दोनों श्रेणी के स्थलों से आने वाले प्रवासी एक ही भवन में आवासित हैं, उन्हें उनके 14 दिनों के क्वारेंटाइन अवधि पूरा होने के बाद ही होम क्वारेंटाइन के लिए छोड़ा जाएगा. आज जिला पदाधिकारी ने आपदा प्रबंधन विभाग के नए गाइडलाइन के अनुसार प्रवासियों को क्वारेंटाइन सेंटर/ होम क्वारेंटाइन में रखने की व्यवस्था को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों के साथ बैठक की. सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट रूप से बताया गया कि किसी भी स्तर के क्वारेंटाइन सेंटर पर आवासित किए गए लोगों के लिए संपूर्ण व्यवस्था की जिम्मेदारी संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं उनकी टीम की है. प्रत्येक आवासित व्यक्ति को डिग्निटी किट सहित अन्य देय सामग्री एवं आपदा प्रबंधन विभाग के मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप नाश्ते एवं भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. पंचायत एवं ग्रामीण स्तर पर बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर की व्यवस्था पर विशेष रुप से ध्यान देने का निर्देश दिया गया. बैठक में उप विकास आयुक्त, सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी जुड़े थे. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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