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सीवान के पचरुखी में चीनी मिल की जमीन पर उद्योग लगाने के लिए “औद्योगिक जन क्रांति मोर्चा” का हुआ गठन

कुमार विपेंद्र

सीवान में पचरुखी चीनी मिल की जमीन पर उद्योग की स्थापना के लिए अब स्थानीय लोग पूरी तरह से कमर कस चुके हैं. इस कड़ी में रविवार को प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों से आये लोगों ने एक बैठक की और उद्योग स्थापना के लिए संघर्ष करने के उद्देश्य से “औद्योगिक जन क्रान्ति मोर्चा” का गठन किया. जिसमें सर्वसम्मति से त्रिलोकी सिंह को अध्यक्ष, जिला पार्षद जयकरन महतो को संयोजक, पूर्व जिला पार्षद प्रत्याशी महताब अली को सचिव, रालोसपा नेता हेमंत सिंह कुशवाहा को मीडिया प्रभारी, अवधेश सिंह को उपाध्यक्ष, राजेंद्र सिंह, रामायण चौधरी और वशिष्ठ सिंह को मार्गदर्शक, गोपालपुर पंचायत के मुखिया पिंकू बाबा को महासचिव, अमरेश सिंह को कोषाध्यक्ष तथा बड़हरिया के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी उमेश कुमार सिंह को मोर्चा का संरक्षक नियुक्त किया गया.

मोर्चा के अध्यक्ष त्रिलोकी सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहा कि पचरुखी चीनी मिल की जमीन पर किसी भी सूरत में किसी भी भू-माफिया को काबिज होने नहीं दिया जायेगा. सीवान जिले के बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए मिल की जमीन पर उद्योग लगाया जायेगा. इसके लिए हम सरकार से अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ेंगे. वहीं जिला पार्षद सह औद्योगिक जन क्रांति मोर्चा के संयोजक जयकरन महतो ने कहा कि हमारे चीनी मिल को महज 80 लाख रूपये लोन के बदौलत तहस-नहस कर दिया गया. यह एनपीए के नियमो का माखौल मात्र है और कुछ नहीं. क्योंकि किसी भी लोन के दोगुने राशि से ज्यादा बैंक वसूल नहीं कर सकता है. कोई भी बैंक फैक्टरी पर लोन देता है, न कि फैक्ट्री की जमीन पर. फिर फैक्टरी की जमीन कैसे नीलाम हो गयी ये समझ से परे है. यहाँ ये बात भी काबिले गौर कि जिस आदमी ने बैंक से मिल की प्रॉपर्टी लोन लिया, क्या वास्तव में उस आदमी को मिल की प्रॉपर्टी पर लोन लेने का अधिकार था ? मोर्चा के सचिव महताब अली ने कड़े शब्दों में कहा कि यहाँ मिल की जमीन पर उद्योग था और उद्योग ही लगेगा. मिल की जमीन पर उद्योग के सिवाय कुछ भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, चाहे इसके लिए जेल ही क्यों न जाना पड़े. मोर्चा के संरक्षक उमेश कुमार सिंह ने कहा कि अभी तो हाई कोर्ट में एक ही केस हुआ है. यदि प्रसाशन और भू-माफिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आये तो हाई कोर्ट में मुकदमों की लड़ियाँ लगा दी जाएंगी. उन्होंने अपने एकलौते पुत्र की कसम खाते हुए कहा कि मैं पूरी निष्ठा से चीनी मिल की जमीन पर उद्योग लगाने के लिए लड़ाई लड़ूंगा. किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटूंगा.

मौके पर जमीर खां, विद्यानंद सिंह, संजय सिंह, चुन्नु सिंह, रामजीत सिंह, हृदयानंद यादव, उमा चौधरी, प्रभावती देवी, बल्लू सिंह, भोथा पटेल समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे.

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