गोपालगंज में कटाव निरोधी कार्य व विस्थापितों की सहायता की मांग को लेकर लोगों ने दिया धरना
अतुल सागर
गोपालगंज में गंडक के कटाव से जहाँ हजारों लोग बेघर हो गए वहीं जिले के कुचायकोट और सदर प्रखंड के कई गावों में अब भी कटाव थमने का नाम नहीं ले रहा है. कटाव से बेघर दियारा वासी पिछले पांच सितम्बर से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे है. शनिवार को उनके धरना का चौथा दिन है.
धरना पर बैठे प्रदर्शनकारियो के मुताबिक कुचायकोट के काला मटिहनिया, विशम्भरपुर, सदर प्रखंड के भसही, घुपसागर सहित कई गांवों में गंडक के कटाव से सैकड़ो घर नदी में विलीन हो गए. हजारो लोग बेघर हो गए. राजद किसान प्रकोष्ठ के जिलाअध्यक्ष अरुण कुमार सिंह के मुताबिक जिला प्रशासन और सरकार के द्वारा यहाँ समय रहते कटाव निरोधी कार्य नहीं कराये. जब कटाव से भसही गाव के करीब 200 घर और धुपसागर गाव के ढाई सौ घर गंडक में विलीन हो गए. तब कटाव निरोधी कार्य शुरू किया गया. यहाँ कटाव निरोधी जो भी कार्य कराये जा रहे है. वह सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. और घटिया कार्य कर पैसे की लूट की जा रही है.
कुचायकोट के काला मटिहनिया में करीब एक दर्जन लोग गंडक दियारा संघर्ष समिति के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे है. धरना पर बैठे लोगो के का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती है तब तक वे उनका अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा. ग्रामीण युध्स्तर पर कटाव निरोधी कार्य शुरू करने, कटाव निरोधी कार्य में लापरवाही की जांच करने और बाढ़, कटाव विस्थापितों को अविलम्ब सहायता उपलब्ध कराने की मांग को लेकर धरना पर बैठे हैं.
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