सीवान के पचरुखी चीनी मिल की जमीन को बचाने के लिए ग्रामीणों ने ली शपथ
कुमार विपेंद्र
सीवान के पचरुखी चीनी मिल का मामला दिनों-दिन गरमाता हीं जा रहा है. अब स्थानीय ग्रामीण और बेरोजगार युवक इस मामले में सक्रिय होते दिख रहे हैं. शनिवार को मिल मंदिर परिसर में प्रखंड क्षेत्र के जागरूक ग्रामीण युवाओं और बुजुर्गों की एक बैठक हुई. बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि तथाकथित भू-माफिया और दलालों को किसी भी सूरत में चीनी मिल की जमीन पर दखल होने नहीं होने दिया जायेगा. चाहे इसके लिए जो भी करना पड़े.
बैठक के पश्चात भाजयुमो महामंत्री सह पूर्व जिला पार्षद प्रत्याशी त्रिलोकी सिंह पटेल ने उपस्थित सैकडों लोगों को मंदिर परिसर में ईश्वर को साक्षी मानते हुए शपथ दिलाया कि किसी भी तथाकथित भू-माफिया और दलालों को जमीन के अगल-बगल फटकने तक नहीं दिया जायेगा और मिल की जमीन पर उद्योग लगाने के लिए रोजगार आंदोलन चलाया जायेगा. वहीं शपथ के उपरांत त्रिलोकी सिंह पटेल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मिल की खाली पड़ी जमीन पर कब्जा पाने का सपना देखने वाले तथाकथित भू-माफिया और दलाल नींद से जाग कर सच्चाई को स्वीकार करें. क्योंकि पचरुखी की जनता अब आंदोलन पर उतारू हो चुकी है. उन्होंने कहा कि यह किसी दल विशेष की लड़ाई नहीं है यह सार्वजानिक हित की लड़ाई है. इस लड़ाई में सभी दलों और उनके नेताओं का भरपूर सहयोग मिल रहा है. पचरुखी के लोग रोजगार आंदोलन का आह्वान किये हैं. इस आंदोलन से करीब 50 हजार युवाओं के जुड़ने की संभावना है. हम सभी रोजगार आंदोलन चलाकर सरकार को यहां उद्योग लगाने पर बाध्य करेंगे. चाहे इसके लिए जेल ही क्यों न जाना पड़े. वहीं बड़हरिया विधान सभा के पूर्व प्रत्याशी मंटू सिंह पटेल ने कहा कि बेरोजगारों की इस लड़ाई को सड़क से सदन तक लड़ा जायेगा और आंदोलन को अंजाम तक पहुचाने के लिए पचास हजार ग्रामीण बेरोजगारों को जोड़ा जाएगा.
मौके पर जसौली के पूर्व सरपंच पति वशिष्ठ सिंह, डॉ योगेंद्र सिंह, चुन्नू काका, बबन सिंह, भोथा पटेल, जवाहर लाल सिंह, हरि राम सिंह, अमरेश सिंह, काशीनाथ सिंह, चंद्रमा सिंह, ध्रुव सिंह, ओमप्रकाश सिंह, मंगलदेव सिंह, दरगाही मियां, धर्मेंद्र सिंह, उमा चौदरी, रामायण चौधरी, रामजनक सिंह, सुरेश सिंह समेत सैकडों लोग मौजूद थे.
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