सहरसा : मिशन इन्द्रधनुष 2.0 अभियान के दूसरे चक्र की हुई शुरुआत, 2,627 बच्चे एवं 382 गर्भवती महिलाओं का होगा टीकाकरण
सहरसा जिले में विशेष टीकाकरण अभियान के अंतर्गत मिशन इंद्रधनुष अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत सिविल सर्जन डॉ ललन प्रसाद सिह के द्वारा जिला के सोनवर्षा प्रखंड के दमाहा मुसहरी वार्ड नंबर-1 देहद, प्रखंड सोनवर्षा में सोमवार को बच्चों को टीका लगाकर किया गया.
इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ ललन प्रसाद सिह ने कहा जिले के पांच प्रखंड सोनबरसा, बनमाईटहरी, सत्तर कटैया, सिमरी बख्तियारपुर व सलखुआ में मिशन इंद्रधनुष 2.0 का दूसरा चक्र चलाया जा रहा है. यह चरण 6 जनवरी से 16 जनवरी तक चलाया जाएगा. इसमें ऐसे 0 से 2 वर्ष के बच्चों व गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा, जिनका नियमित टीकाकरण नहीं किया गया है.
टीकाकरण से 12 जानलेवा बीमारियों से बच्चों व गर्भवती महिलाओं की जान बचाई जा सकती है. इसके लिए सभी आशाओं व सेविकाओं द्वारा अपने क्षेत्र के लोगों को निमंत्रण पत्र भी दिया गया है व टीकाकरण से होने वाले फायदों की जानकारी दी जा रही है.
2,627 बच्चे एवं 382 गर्भवती माताओं को टीका :
इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ कुमार विवेकानंद ने बताया अभियान में 0 से 2 वर्ष के 2,627 बच्चों एवं 382 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण होना है. इसमें सिमरी बख्तियारपुर में 958 बच्चे व 164 महिलाएं, बनमा इटहरी में 411 बच्चे व 52 गर्भवती महिलाएं, सलखुआ में बच्चे 539 व 80 गर्भवती महिलाएं, सोनबरसा में 292 बच्चे व 40 गर्भवती महिलाएं, सत्तर कटैया में 427 बच्चे व 46 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा.
क्षेत्रों में फैलाई जा रही है जागरूकता :
अभियान के लिए क्षेत्रों में जागरूकता फैलाई जा रही है. इसके लिए आशाएं व आंगनवाड़ी सेविकाओं अपने क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है. इसके अलावा टीकाकरण के दिन भी आशा द्वारा क्षेत्र के लोगों को बुलाकर टीकाकरण करवाया जा रहा है.
12 जानलेवा बीमारियों से बचाता है टीका :
बच्चों व गर्भवती महिलाओं को नियमित टीकाकरण बहुत जरूरी होता है. यह 12 तरह की जानलेवा बीमारियों से उनकी रक्षा करता है. इसमें टीवी/तपेदिक, पोलियो, हेपेटाइटिस बी, डिप्थीरिया/गलघोंटू, टेटनस, काली खांसी, हिमोफिलस इन्फ्लूएंजा(हिब), निमोकोकल निमोनिया, रोटा वायरस डायरिया, खसरा, रुबैला व जापानी इंसेफेलाइटिस(जेई) शामिल है. यह बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए घातक है जिसके लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है.
शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने का उद्देश्य :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ कुमार विवेकानंद ने बताया मिशन इंद्रधनुष अभियान 2.0 का प्रथम चक्र 02 से 12 दिसम्बर 2019 में चलाया गया था. जिसमें शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया था. दूसरे चक्र जो 06 से 16 जनवरी 2020 तक चलेगा, इसमें भी शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने का उद्देश्य रखा गया है. इसका तीसरा चक्र 03 से 13 फरवरी 2020 व चौथा चक्र 02 से 16 मार्च 2020 को चलाया जाएगा.
टीकाकरण के बाद निम्न चीजों पर दें विशेष ध्यान :
• टीकाकरण के बाद 30 मिनट तक टीकाकरण स्थल पर बैठे.
• एएनएम द्वारा दिये गए टीका एवं वह किस बीमारी से बचाव हेतु लगाया गया है इसकी जानकारी प्राप्त करें.
• अपने बच्चे की अगले टीकाकरण की जानकारी भी अवश्य लें.
• टीकाकरण के बाद बच्चे को दर्द बुखार या अन्य लक्षण है तो तुरंत अपने क्षेत्र के आशा व एएनएम से संपर्क करें.
• टीकाकरण कार्ड हमेशा संभालकर रखें. वह आपके बच्चे के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी के लिए जरूरी है.
कार्यक्रम में सीएस, डीआईओ, डीपीएम राहुल किशोर के अलावा सोनबरसा पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, युनिसेफ के एसएमसी बंटेश नारायण मेहता, यूएनडीपी के मोहम्मद खालिद, डब्ल्यूएचओ के एसआरटीएल डॉक्टर राजेश कुमार वर्मा , एसएमसी मजरूल हसन, आरपीएम विवेक चतुर्वेदी, बीएचएम, बीसीएम तथा अन्य लोग उपस्थित थे.
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