बेगूसराय : अपराधियों के तांडव से दहल उठा खांजहांपुर, इलाके में फैली सनसनी
नूर आलम
बेगूसराय के चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खांजहांपुर पंचायत के वार्ड नंबर-03 स्थित बभनटोली में नृशंस हत्याकांड के से पुरा इलाका दहल उठा. जैसे ही उक्त मनहूस खबर गांव में फैली अफ़रा-तफ़री के बीच पुरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. उक्त घटना की निंदा हरेक आम व खास के बीच बनी रही. जबकि लोगों का हुजूम मृतक के घर पर सुबह से लगातार दोपहर ढलने तक उमड़ती रहा. इस बीच पुलिस लगातार सुझबुझ के साथ एक के बाद एक कुल चार लोगों को हिरासत में लेकर ग्रामीणों के आक्रोश को कम करने में असफल होती दिखी. जबकि एएसपी अभियान अमृतेश कुमार के नेतृत्व में विभिन्न थानों की दर्जनों पुलिस मौके वारदात पर कैंप करते रही.
वहीं आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा अपराधियों को चिन्हित कर अविलंब गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सज़ा देने एवं जिला पुलिस कप्तान को स्वंय मौके वारदात पर पहुंच वस्तुस्थिति का जायजा लेने की मांग पर अडिग होकर शोर हंगामा पर उतारू हो गए.
डॉग स्क्वायड की टीम ने घटनास्थल का किया मुआयना
इस बीच मौके वारदात पर डॉग स्क्वायड की टीम जांच के लिए पहुंची.डॉग स्क्वायड की टीम को देखकर आक्रोशित लोगों का गुस्सा कुछ शांत हुआ. तत्पश्चात एएसपी अभियान अमृतेश कुमार के नेतृत्व में डॉग स्क्वायड की टीम घटनास्थल का निरीक्षण में जुट गई. निरीक्षण के दौरान अपराधियों के द्वारा कोई सबूत नहीं छोड़े जाने के कारण उक्त टीम को कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी. जिसके फलस्वरूप लोगों का आक्रोश धीरे धीरे चरम पर पहुंचने लगा तथा आक्रोशित कुछ लोगों ने पुलिस जीप पर बांस बल्ले एवं ईंट पत्थर से हमला कर दिया. अचानक हमले से अनभिज्ञ पुलिस किसी तरह अपनी जान बचाकर भागने में सफल हुई. बाद में प्रशासन एवं समाज के बुद्धिजीवियों के हस्तक्षेप के उपरांत आक्रोशित लोग शांत हुए.
शव उठाने में पुलिस की छूटती रही पसीना
अपराधियों के द्वारा उक्त घटना को लगभग दो बजे रात्रि के आस-पास देने की बात सामने आ रही थी. जबकि उसके पुत्र के लगभग चार बजे सुबह में पढ़ने के लिए उठने पर छत से नीचे उतरने के बाद घटना की जानकारी हुई तथा पुत्र के द्वारा सबसे पहले पड़ोसी योगी दा को जानकारी दिया गया. फिर शोर हंगामा के बीच लोगों का हुजूम उमड़ना शुरू हो गया, जो लगातार दोपहर तक जारी रहा. इस बीच पुलिस को शव उठाने में पसीना छुटती रही. पुलिस के द्वारा शव उठाने की तैयारी करते ही आक्रोशित लोग भड़क उठते और पुलिस कप्तान को घटनास्थल पर बुलाने की मांग के साथ हंगामा शुरू कर दें रहे थे. फलत: पुलिस प्रशासन को घटना के लगभग सात घंटे बीत जाने के बाद भी शव उठाने में सफलता नहीं मिल पा रही थी.
रह-रहकर लोग पुलिस प्रशासन के खिलाफ कर रहे थे हंगामा
सुबह चार बजे से दोपहर लगभग तीन बजे तक शव के पास भीड़ का तांता लगा रहा. लोग शव देखकर बाहर निकलते रहे. इस बीच लगातार भीड़ अनुशासन के साथ बनी रही. परंतु एक बजे दिन से रह-रहकर आक्रोशित भीड़ पुलिस प्रशासन के समक्ष शोर हंगामा कर अपना आक्रोश प्रकट करते रही. जबकि इस बीच पुलिस जीप से एक संदिग्ध को हिरासत में ले जाने के दौरान आक्रोशितों ने लाठी डंडे एवं ईंट पत्थर से गाड़ी पर हमला कर दिया, परंतु पुलिस जीप के चालक की सुझबुझ से पुलिस प्रशासन की जान बची.
डबल हत्याकांड को लेकर ग्रामीणों रहा चर्चाओं का बाजार
बताया जाता है कि हताहत मुकेश बिल्कुल शांत स्वभाव का युवक था. किसी से दुश्मनी नहीं रहने के बाबजुद अपराधियों के द्वारा नरसंहार की नियत से की गई घटना को लेकर सिर्फ एक ही बिंदु पर चर्चाओं का बाजार गर्म दिखाई दिया. लोग खुलेआम हताहत के चचेरे चाचा व उनके बेटों के द्वारा घटना को अंजाम दिए जाने की बात कह रहे थे. लोगों का कहना था कि कुछ दिन पूर्व हुए जमीनी विवाद के बीच मृतक के द्वारा घर बनाने के दौरान रोकथाम के बीच घर भोगने नहीं देने की बात कही गई थी.जिसे सच साबित कर दिया. वहीं सूत्रों की मानें तो रामपुर वाली घटना दोहराए जाने की बात किया करता था. सनद हो रामपुर मे बीते दिनों हथौडा मारकर हत्या की घटना घटी थी और मुकेश का घर ढलाई के 10-12 दिन बाद घटना का घट जाने चर्चाओं का बाजार गर्म होना लाजिमी प्रतीत होता है.
फोरेंसिक जांच टीम के साथ एसपी पहुंचे घटनास्थल पर
सुबह से आक्रोशित ग्रामीणों से जुझ रहे एएसपी अभियान के द्वारा जिला पुलिस कप्तान को वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया. इसके उपरांत लगभग सवा दो बजे जिला पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार फोरेंसिक जांच टीम के साथ मौका-ए-वारदात पर पहुंचे एवं आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर इंवेस्टीगेशन में सहयोग करने की अपील की गई. तब जाकर लोगों का आक्रोश कुछ शांत हुआ. वहीं जिला पुलिस कप्तान फोरेंसिक जांच टीम के साथ घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण करते रहे. निरीक्षण उपरांत शव उठाने के सवाल पर पुन: आक्रोशित लोगों के द्वारा हंगामा शुरू कर दिया गया. आक्रोशित भीड़ मृतक के दो नाबालिग पुत्र दीपक कुमार एवं नीतीश कुमार के साथ साथ एक दिव्यांग पुत्र विनोद कुमार उर्फ लंगड़ा के भविष्य को संवारने हेतु उचित मुआवजा की मांग पर अड़े थे.
एसपी ने कहा – नहीं बख्शे जाएंगे दोषी
घटनास्थल पर पहुंचे जिला पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार ने मीडिया को बताया कि घटना काफ़ी निंदनीय है. पुलिस संदेह के आधार पर चार लोगों को हिरासत में लेकर पुछताछ कर रही है. मृतक के जख्मी पत्नी का इलाज चल रहा है. फिलहाल वह खतरे से बाहर बताई जा रही है. महिला के होश में आने पर उसके फर्द ब्यान के उपरांत ही घटना के सही कारणों का पता चल पाएगा. जमीनी विवाद के कारण हुई घटना के सवाल पर एसपी ने कहा कि चाहे घटना का जो भी कारण हो अपराधियों को उनके किए की सज़ा ज़रूर मिलेगी, दोषी किसी भी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे. फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा.
Comments are closed.