सीवान : पोषण माह अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की हुई गोदभराई
अभिषेक श्रीवास्तव
सीवान में राष्ट्रीय पोषण माह अभियान के तहत शनिवार को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई रस्म का आयोजन किया गया.
बता दें कि गर्भवती महिलाओं और शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य और आंगनबाड़ी केंद्रों को बढ़ावा देने के लिए हर केंद्र पर स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम के दौरान मौजूद महिलाओं के द्वारा मंगलगीत भी गाया गया. वहीं आंगनबाड़ी केंद्र को रंगोली से सजाया गया था. डीपीओ नीतू सिंह ने बताया कि प्रत्येक माह के सात तारीख को यह कार्यक्रम होता है. जिले के सभी प्रखंडो में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
मौके पर अंगनबाड़ी की महिला पर्यवेक्षिका व सेविका द्वारा उपस्थित ग्रामीणों के बीच पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा की चर्चा की गयी. विशेष रूप से एनीमिया की चर्चा करते हुए महिलाओं को आयरन की गोली खाने को प्रेरित किया. इस दौरान महिला के साथ साथ पुरूष को भी गर्ववती महिला का ख्याल रखने को कहा गया.
पौष्टिक आहार के बारे में दी गयी जानकारी :
आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवतियों की गोदभराई की रस्म भी पूरी की गई. इसमें गर्भवतियों को सतरंगी थाली व अनेक प्रकार के पौष्टिक भोज्य पदार्थ जैसे अनाज, दूध, फल, दाले, हरी साग पीली सब्जियां व अन्य चीजें दी गयीं. कार्यक्रम के दौरान चुनरी ओढ़ाकर परम्परागत तौर से टीका लगा कर महिला की गोदभराई की रस्म पूरी हुई.
गोद भराई में महिलाओं को मिलता है सम्मान :
आईसीडीएस की डीपीओ नीतू सिंह ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोद भराई और छः माह के शिशु के अन्नप्रशान की रस्में होती हैं. गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्र पर बुलाकर उसको डलिया भेंट सामग्री भेंट की जाती है. परंपरा के मुताबिक मौसमी फल, नारियल, अंकुरित अनाज, गुड़, भूना दिया गया.
गर्भावस्था के दौरान आहार :
महिलाओं को जानकारी दी गई कि भोजन दिन में तीन बार खाएं और डेढ़ गुना ज्यादा खाए. खाने में अनेक प्रकार के भोज्य पदार्थ जैसे अनाज, दूध, फल, दाले, हरी साग-सब्जी, घी व अन्य चीजें भी खाएं. दिन में कम से कम 10 घण्टे की नींद ले. कोई भी भारी वस्तु न उठायें.
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