बेगूसराय : उल्लास पूर्वक मना ईद-उल-अजहा का त्योहार
नूर आलम
बेगूसराय में सोमवार को ईद-उल-अजहा का त्योहार उल्लास पूर्वक मनाया गया. उक्त त्योहार के अवसर पर अहले सुबह से ही लोगों मे जबरदस्त उत्साह देखा गया. मुस्लिम अकीदतमंद सुबह सवेरे से नहा-धोकर ईदगाह एवं मस्जिदों में पहुंचे तथा ईद-उल- जुहा की नमाज अदा की.
नमाज से पूर्व जामा मस्जिद मेहदा शाहपुर के साबिक इमाम मुफ्ती सरफराज ने ईद उल अजहा के फजाइल व बरकात से रोसनाश कराते हुए हरेक साहिबे नेसाब को खुशदिली के साथ खुदा की राह में कुर्बानी का नजराना पेश करने की अपील की. साबिक इमाम ने कहा खुदा ने अपनी मुकद्दस किताब कुरान करीम में फरमाया है. अल्लाह के पास ना तो तुम्हारे कुर्बानी के जानवरों का खून पहुंचता है और ना ही गोश्त, बल्कि उसके पास तो सिर्फ तुम्हारी नियत पहुंचती है. उन्होंने कहा कुर्बानी के जानवर का खून जमीन पर गिरने से पहले ही अल्लाह ताला के यहां कुबूल हो जाती है तथा कुर्बानी के जानवर के हर एक बाल के बराबर कुर्बानी करने वालोें को एक नेकी मिलती है. साथ ही उन्होंने अब तक कुर्बानी की नियत नहीं करने वाले हर एक साहिब निसाब से ईद-उल-अजहा के बारहवीं तारीख तक कुर्बानी करने के लिए प्रेरित किया.
वहीं ईद-उल-अजहा की नमाज के उपरांत लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर, अपने पुराने सारे गिले-शिकवे को भुलाते हुए ईद की मुबारकबाद पेश किया. जबकि पुरे देश में अमन व अमान के साथ शांति और भाईचारे के के लिए रब के हुजूर हाथ फैलाकर दुआएं मांगी. तत्पश्चात मुस्लिम अकीदतमंद मस्जिद एवं ईदगाहों से वापस अपने-अपने घर लौटकर खुशदिली से कुर्बानी दिए.
वहीं कुर्बानी के गोश्त को तीन हिस्सों में तक्सीम कर एक हिस्सा गरीब-गुरबा व फोकरा व मसाकीन के बीच तकसीम करने, दूसरा हिस्सा अपने सगे-संबंधियों मे वितरण करने, जबकि तीसरा हिस्सा स्वयं अपने घर में खाने की तलकीन की गई.
जानकारी अनुसार पबड़ा, कमला, मेहदा शाहपुर, मंझौल, शिउरी, चेरियाबरियारपुर करोड़, सकरबासा, बसही और परमानंदपुर सहित अन्य पंचायतों में उक्त त्योहार शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गया. इस अवसर पर सुरक्षा का व्यापक बंदोबस्त दिखा. थानाध्यक्ष नीरज कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल गश्त करते दिखे.जबकि सभी मस्जिदों एवं ईदगाहों में सुरक्षाबल मुस्तैद नजर आये.
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