चाईबासा : मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ, मंत्री रामचंद्र साहिस ने किसान सारथी रथ को किया रवाना
संतोष वर्मा
चाईबासा में शनिवार को झारखण्ड के 13.60 लाख किसानों के लिए देश के उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू जहां राजधानी के हरमू मैदान में मुख्यमंत्री कृर्षि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ किया वहीं राज्य के 24 जिलों में राज्य के विभिन्न मंत्रियों द्वारा एक साथ बटन दबा कर यह योजना किसानों के नाम किया गया.
बता दें कि शनिवार को मुख्यमंत्री कृर्षि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ और किसान सारथी रथ को रवाना करने के लिए पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के मांगी लाल रूगटा प्लस टू विद्यालय में किसान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. उक्त मौके पर राज्य के जल संसाधन मंत्री रामचंद्र साहिस मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.
इस मौके पर मुख्य अतिथि जल संसाधन मंत्री रामचंद्र साहिस ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र व राज्य में कई सरकार बने लेकिन गरीब किसानों के हित में किसी ने नहीं सोचा. यदि किसी ने सोचा तो केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य में रघुवर सरकार ने सोचा और इस योजना को धरातल पर शनिवार के उतार दिखाया. इस योजना से किसान का आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और आय दुगनी होगी. वहीं किसान अब सेठ साहुकार के गिरफ्त में जाने से बचेगें. साथ ही भी कहा गया कि इन दिनों अफवाह फैलाई जा रही है कि सरकार कृर्षि आर्शिवाद योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ पांच हजार से पच्चीस हजार रूपये देकर किसानों का जमीन हड़प लेगी, लेकिन जल संसाधन मंत्री रामचंद्र साहिस ने किसानों को अपिल करते हुए इस योजना का लाभ अधिक से अधीक उठाने का कहा. वहीं झूठी अफवाह से बचने के लिए भी अपील किया. मंत्री रामचंद्र साहिस ने स्पष्ट कहा कि यह योजना किसानों को आर्थिक संकट से उबारने और आत्मर्निभर बनने के लिए दिया जा रहा है. किसी किसान से यह पैसा वापस नहीं लिया जायेगा. साथ ही यह कहा गया जल संसाधन मंत्री होने के नाते राज्य में रहने वाले लोगों के घरों तक स्वच्छ पानी पाईप लाईन के जरिए पहूंचाने वाली योजना पर कार्य चल रही है और शीघ्र ही सभी गांव गांव तक पाईप लाईन के जरिए पानी पहूंचेगी. साथ ही यह कहा कि रघुवर सरकार के द्वारा किये जा रहे विकास योजनाओं से कुछ लोग घबरा गयें है जिसके कारण झुठी अफवाह फैलाई जा रही है.
वहीं बीस सुत्री उपाध्यक्ष संजू पाण्डेय ने कहा कि मुख्यमंत्री कृर्षि आर्शिवाद योजना कोलहान के किसानों की उन्नती के लिए दिया जा रहा है. किसानों को प्रति एकड़ पांच हजार से पचिस हजार तक मिलेगी. सरकार चाहती किसान सेठ साहुकार के चुंगल में नहीं आये और सेठ साहुकार से बचाने के लिए सरकार ने यह योजना लाया है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सह पीएससी सदस्य जेबी तूबीद ने कहा कि पांच एकड़ में 25 हजार व एक एकड़ में पांच हजार रूपया किसानों को दी जायेगी. सरकार चाहती है 2022 तक किसान की आय दुगनी हो जाय. किसानों से अपील करते कहा कि अफवाह फैलाने वाले लोगों को बताना होगा कि किसान की आय दुगनी करनी है. आज किसान अपनी बेटी कि शादी रूपये के अभाव में नहीं कर पाते हैं. सेठ साहुकार से कर्ज ले और बैंक से लोन लेकर कर्ज दार बन जाते है जिसे किसान चुका नहीं पाते है.उन्होने कहा अब भी इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान आवेदन दें और उसका लाभ उठाये. किसान को इस योजना का लाभ लेने के बाद सरकार ना किसी की जमीन छिनेगी और ना किसी से रूपये वापस लेगें. कृषक जवाहर बानरा ने कहा कि यह कृर्षि सम्मान है इसे लौटाना नहीं है. दस एकड़ खेती मैं श्रीविधि नियम से करते है और बेहतर अनाज उपजाते है. साथ ही खेती के समय ही चैना मछली का चारा डालते है. केवल धान से नहीं मुर्गी पालन, मछली पालन आदी करने से ही आगे बड़ सकते है किसान. कृर्षि आर्शिवाद योजना किसानों के लिए रामवाण की तरह हैं.
वहीं उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि वैसे तो पश्चिमी सिंहभू जिलें में मुख्यमंत्री कृर्षि आर्शिवाद योजना का लाभ 76 हजार किसानों को दिया जाना है लेकिन पहले खेप में करीब 50 हजार किसानों के खातें में इस योजना की राशि भेज दिया गया है. जबकि जिला का लक्ष्य है कि एक लाख किसानों को इसका लाभ मिले. किसानों को इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन देने की कोई समय सीमा निर्धारित नहीं जब भी आवेदन दें इसका लाभ मिलेगा. यह कहा कि जिले को इस योजना के लिए 18 करोड़ रूपये मिल चुका है. बीच 18 करोड़ रूपया आ चुका है. यह योजना कृषक पेंशन योजना की तरह है, इसे वापस नहीं लेगी सरकार. उपविकास आयुक्त आदित्य रंजन ने संबोधित कर योजना के बारे में जानकारी दी और किसानों को लाभ लेने के लिए उत्साहित किया. वहीं मंच संचालन एनडीसी रवि कुमार के द्वारा किया गया.
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