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दुमका : अटल बिहारी बाजपेयी बस पड़ाव का नाम संताल हूल के नायक चाँद-भैरो मुर्मू के नाम करने की मांग

दुमका में गुरुवार को चाँद-भैरो मुर्मू जीवन अखाड़ा बैनर तले दुमका प्रखंड के जोगीडीह गांव के संतालो का पूज्य स्थल मंझी थान के सामने चबूतरा में दुमका के बस पड़ाव के नाम को लेकर बैठक किया गया. अखाड़ा और ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से मांग किया कि दुमका बस पड़ाव का नाम अटल बिहारी वाजपेयी बस पड़ाव से परिवर्तित करके संताल हूल के महानायक स्वतंत्रा सेनानी चाँद-भैरो मुर्मू के नाम समर्पित किया जाय.

ग्रामीणों ने आगे कहा इस बार संताल हूल दिवस पर स्वंय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर सिदो कान्हू, चांद भैरव और वीरांगना फूलो झानो तथा झारखण्ड उलगुलान के नायक धरती आबा भगवान बिरसा मुन्डा को मन की बात में याद किये. इसके लिए झारखंड वासी शुक्रगुजार है. इसके साथ-साथ झारखण्ड के राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने स्वंय हूल दिवस मनाने संताल हूल की धरती दुमका में आयी और कहा कि इतिहास को फिर से लिखे जाने की जरुरत है ताकि महानायक के संघर्ष को सम्मान मिले.

ग्रामीणों ने आगे कहा अगर वास्तव में ही संताल हूल के महानायकों को सम्मान देना चाहते है तो फिर दुमका बस पड़ाव का नाम संताल हूल के महानायक चाँद-भैरो मुर्मू के नाम क्यों नही. जब तक विभिन्य सरकारी योजनओं और जगहों का नाम इन महानायको के नाम नही किया जायेगे तो इनके वीर गाथा को कौन याद करेगे और कैसे सम्मान मिलेगा और कैसे प्रमोट होगा. इसलिए अखड़ा और ग्रामीण झारखण्ड सरकार, प्रशासन, नगरपालिका से मांग करती है कि दुमका बस पड़ाव का नाम संताल हूल के महानायक चाँद-भैरो मुर्मू बस पड़ाव किया जाय. अखाड़ा और ग्रामीण जल्द सरकार, प्रशासन और नगरपालिका को अपने मांग को लेकर लिखित आवेदन देगे.

इस अवसर पर गांव के मंझी बाबा, गुडित, नायकी, जोगमंझी आदि के साथ ईमेन मुर्मू, संतोसिनी बेसरा, मेरी सुसना हेम्ब्रोम, होलिका सोरेन, सावित्री हांसदा, सबिना मुर्मू, मेरु हांसदा, पंसुरी मरांडी, मालती मुर्मू, पोलिना टुडू, मंजुलता सोरेन, मनीषा मुर्मू, बुधनी मुर्मू एवं चरण के साथ काफी संख्या ग्रामीण उपस्थित थे.

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