पटना : पूर्व मंत्री तेजप्रताप ने नीजी सुरक्षाकर्मियों से पत्रकारों को पिटवाया, पत्रकार प्रेस परिषद ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
राहुल कुमार सिंह
लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के दौरान राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े पुत्र पूर्व मंत्री तेजप्रताप के गुंडों एवं नीजी सुरक्षाकर्मियों ने राजधानी पटना में जमकर गुंडागर्दी की. समाचार संकलन कर रहे पत्रकारों पर उन सभी ने एकाएक हमला बोल दिया. इस घटना में एक दैनिक अखबार के फोटोग्राफर रंजन राही को गंभीर चोटें आई हैं. यह घटना पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान के बूथ के समीप घटित हुई है.
तेजप्रताप यादव अपने समर्थकों के साथ वहां वोट डालने पहुंचे थे. इस मामले में जब तेजप्रताप यादव से सवाल पूछा गया तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि हमारी गाड़ी का शीशा तोड़ा गया है. हमलोगों पर जानलेवा हमला किया गया है. तेजप्रताप ने इस बात से स्पष्ट तौर पर इनकार किया है कि उनके सुरक्षाकर्मियों ने मारपीट की है.
घायल मीडियाकर्मी का कहना है कि उनके पैर पर तेजप्रताप के चालक ने गाड़ी चढ़ाई थी जिसके बाद उन्होंने अपने हाथ से गाड़ी को धक्का मारा था. हाल के दिनों में ये पहला मामला नहीं है जब तेजप्रताप के सुरक्षाकर्मियों ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया हो. इससे पहले भी पटना मे एक बारात के दौरान उनके सुरक्षाकर्मियों की बाराती पक्ष से झड़प हुई थी.
तेजप्रताप अपनी सुरक्षा के लिए सरकारी गार्ड्स के अलावा बाउंसरों की टोली लेकर भी चलते हैं. इससे पहले भी बिहार विधानसभा परिसर में उनके निजी सुरक्षाकर्मी और बाउंसर्स की एंट्री पर सवाल खड़े हुए थे. तेजप्रताप के सुरक्षाकर्मियों द्वारा पत्रकारों की पिटाई का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. पत्रकार प्रेस परिषद् ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. प्रेस परिषद के प्रदेश अध्यक्ष मधुरेश प्रियदर्शी ने सूबे के डीजीपी से इस मामले में न्याय की मांग की है. डीजीपी को फोन कर प्रियदर्शी ने पूरे घटनाक्रम से अवगत कराते हुए अपना विरोध दर्ज कराया है. मीडियाकर्मियों पर हुए हमले को कायराना हरकत बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर ऐसी स्थिति बनी रही तो बिहार से लोकतंत्र समाप्त हो जाएगा.
प्रदेश अध्यक्ष ने सवालिया लहजे में कहा कि तेजप्रताप यादव चोरी के साथ सीनाजोरी भी कर रहे हैं. पत्रकारों की पिटाई करने के बाद उल्टे थाने में प्राथमिकी के लिए आवेदन भी दिया है. प्रियदर्शी ने इस घटना में घायल पत्रकार की चिकित्सा सरकारी खर्चे पर करवाने, पीड़ित पत्रकार को सुरक्षा उपलब्ध कराने एवं इस कांड में शामिल पूर्व मंत्री तेजप्रताप एवं उनके नीजी सुरक्षाकर्मियों के विरुद्ध अविलंब ठोस कार्रवाई करने की मांग की है.
घटना की निंदा करने वालों में पत्रकार प्रेस परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष आनंद ठाकुर, अमरेश कुमार, प्रदेश महासचिव प्रभाष कुमार, प्रदेश सचिव समीर कुमार सरकार, प्रदेश प्रवक्ता शिवशंकर चौधरी, पूर्वी चंपारण जिलाध्यक्ष डीएन कुशवाहा एवं जिला संरक्षक डॉ दीपक कुमार शामिल हैं.
Comments are closed.