चाईबासा : मतदान कर काम के लिए गुजरात लौटने लगे जिले के मजदूर
संतोष वर्मा
चाईबासा अपने राज्य में काम नहीं मिलने के कारण चाह कर भी राज्य के युवक अपने राज्य में काम करने बजाय दुसरे राज्य में काम की तालाश में पलायन करने को मजबूर है. वैसी ही एक बानगी देखने को सिंहभूम के चक्रधरपुर स्टेशन पर देखने को मिला जब सिंहभूम के बेरोजगार युवक रोजगार के लिए अपनी गांव छोड़ दुसरे राज्य में पलायन कर गये. जबकि राज्य सरकार और केंद्र सरकार बेरोजगार युवकों को अपने ही राज्य में रोजगार उपलब्ध कराने के वायदें करते है. लेकिन सरकार के सारे वायदे ढाक के तीन पात साबित हो रहें है.
मालुम हो कि इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान करने के लिए गुजरात में मजदूरी करने वाले ग्रामीण युवक बड़ी संख्या में पश्चिमी सिंहभूम आए थे. चुनाव में मतदान के बाद गुरूवार को वे सभी युवक गुजरात लौट गए. विभिन्न गांवों के करीब 85 युवक चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से रवाना हुए. इनमें झींकपानी, सदर, टोंटो, जगन्नाथपुर, तांतनगर व खूंटपानी के युवक शामिल हैं.
झींकपानी से आए परमानंद गोप, मुचिए गोप, माटा बुड़ीउली, कृष्ण चांपिया, घनश्याम तांती आदि ने बताया कि वे पिछले 8 सालों से गुजरात में एक ठेकेदार के अधीन टाइल्स बिछाने का काम कर रहे हैं. हम सभी लोकसभा चुनाव में वोट देने आए हुए थे. हम सभी चुनाव के एक सप्ताह पूर्व ही आ गए थे. अब मतदान करके लौट रहे हैं. एक सवाल के जवाब में युवकों ने कहा कि गुजरात में रहकर वोट का महत्व सीखा. वहां के लोग वोट डालने के लिए विदेशों से भी स्वदेश आते हैं और वोट डालकर लौट जाते हैं. पहले हमलोग वोट डालने के लिए नहीं आते थे. लेकिन इस बार आ गए. विधानसभा चुनाव में भी हमलोग आएंगे. वहीं तांतनगर के नाजिर कालुंडिया, प्रकाश पुरती, मिट्ठू पुरती ने बताया कि वे लोग जाजपुर ओड़िशा जाएंगे. वहां से इस्ट-कोस्ट एक्सप्रेस से हैदराबाद जाएंगे. वे लोग वहां लैंगर हाउस कारवान रोड पर एंगट से सरिया बनाने की मिल में काम करते हैं. वे वोट देने चाईबासा लौटे थे. वे लोग घूमकर जाजपुर पहुंचेंगे.
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