सीवान के पचरुखी में मुआवजे की मांग को लेकर मृत्त मजदुर के परिजनों ने पुल निर्माण कार्य को रोका
कुमार विपेंद्र
सीवान के पचरुखी थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव स्थित एनएच 85 पर हो रहे पुल निर्माण कार्य के दौरान एक सप्ताह पूर्व दुर्घटना में मरे मजदुर के परिजन गुरूवार को आ धमके और मुआवजा की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया. वहीं परिजनों को देख ठेकेदार वहां से चम्पत हो गया जबकि मृत मजदुर के परिजन अभी भी वहां डेरा डाले हुए हैं.
बता दे कि एक सप्ताह पहले निर्माणाधीन सरकारी पुल से गिरकर एक मजदुर की मौत हो गई थी. मृत मजदूर बंगाल के मालदा जिले का सुभाष मंडल था. ठेकेदार ने मजदूर के शव को उसके घर भिजवाकर न सिर्फ किनारा कर लिया बल्कि मुआवजे के रूप में फूटी कौड़ी भी नहीं दिया. गुरूवार को मृत मजदुर के परिजन बंगाल के मालदा जिला से पूरे परिवार के साथ आ धमके और एनएच 85 के बाईपास सड़क में पुल निर्माण कार्य करा रहे ठेकेदार से मुआवजे की मांग करने लगे. पहले तो जीआर कंपनी के कथित ठेकेदार ने मृत मजदूर के परिजनों को टरकाने की कोशिश की लेकिन जब स्थानीय लोगों ने विरोध किया तो ठेकेदार भाग खड़ा हुआ. स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक ठेकेदार और कंपनी मुआवजे की राशि नहीं देते हैं तब तक काम नहीं होने दिया जायेगा.
मृत मजदूर का बेटा दीपंकर मंडल ने बताया कि उसके पिता से बिना सैफ्टी व्यवस्था के ही कार्य कराया जा रहा था.जिससे उनकी मौत हो गई. वहीं सीवान जिला परिषद क्षेत्र संख्या 23 के पार्षद जयकरन महतो ने कहा कि हर हाल में पुल निर्माण से सम्बंधित कम्पनी को मजदूर के परिजनों को मुआवजा देना होगा।जब तक कम्पनी मुआवजे की राशि नहीं देगी यहाँ पर कोई काम नहीं होने दिया जायेगा.
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