मोतिहारी : कोटवा में नहर का बांध टूटा, गेहूं की फसलें हुई बर्बाद
एमके सिंह
पूर्वी चंपारण जिले में बगैर बरसात के हीं बाढ़ आ गयी है. जी हां, चौकिए मत ये बिल्कुल सही है. जिले के कोटवा प्रखंड क्षेत्र में नहर का बांध टूटने से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है. यहां खेत में लगी गेहूं सहित अन्य फसलें डूब गयी हैं. यहां के किसानों पर आफत आ गई है. करीब 40 एकड़ में लगी गेहूं की फसल डूबने का अनुमान है. अपनी नजर के सामने फसल की बर्बादी देख यहां किसानों के होश उड़ गये हैं.
कोटवा से मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड के पोखरा गांव के समीप केसरिया शाखा नहर का बांध आज देखते ही देखते टूट गया. बांध टूटने से खेतों के अलावे अब लोगों के घरों में भी पानी घूसने लगा है.केसरिया शाखा नहर तिरहुत मुख्य नहर से निकलती है.बांध टूटने के बावजूद इसके मुख्य केंवारा को बंद नहीं कराया गया है जिसके कारण पानी का तेज बहाव जारी है. खबर लिखे जाने तक जल संसाधन विभाग का कोई कर्मी यहां नहीं पहुंचा था. इसके कारण ग्रामीणों में विभाग के प्रति भारी आक्रोश है.
हालांकि बांध टूटने की जानकारी मिलते ही कोटवा के अंचलाधिकारी संजय कुमार रजनीश व अंचल निरीक्षक विपिन बिहारी शुक्ल मौके पर पहुंचे. अंचलाधिकारी ने आक्रोशित लोगों को समझाने की कोशिश की परंतु लोग उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थे. प्रभावित किसानों को अंचलाधिकारी ने फसल क्षति का मुआवजा देने का आश्वासन दिया. तब जाकर लोगों का आक्रोश कम हुआ. बांध टूटने से एकाएक उत्पन्न हुई बाढ़ जैसी स्थिति से गेहूं के अलावा आलू, सरसों, मक्का सहित कई अन्य फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. अब देखना यह है कि सरकार प्रभावित किसानों को फसल क्षति का मुआवजा समय पर देती है या नहीं.
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