मोतिहारी : केसरिया अस्पताल के कालाजार छिड़काव कर्मियों ने वेतन भुगतान की मांग को लेकर किया अनिश्चितकालीन हड़ताल
एम के सिंह
पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया में सरकारी स्वास्थ्य सेवा तीन दिनों से पूर्णतः ठप्प हो गयी है. दिपावली एवं लोक आस्था के महापर्व छठ के मौके पर दैनिक मजदूरी का भुगतान नहीं होने से आक्रोशित दर्जनों कालाजार छिड़काव कर्मियों का आंदोलन आज चौथे दिन भी केसरिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में जारी रहा.
कालाजार छिड़काव कर्मी विगत 29 अक्टुबर से केसरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तालाबंदी कर धरना दे रहे हैं. इस बीच अबतक कोई ठोस निर्णय नहीं होने से नाराज चार कालाजार छिड़काव कर्मियों ने आज से आमरण अनशन शुरु कर दिया. अनशन पर बैठने वालों में छिड़काव कर्मी वीरबहादुर राम, जाहिर हुसैन, रामचंद्र राम एवं मिथलेश कुमार शामिल हैं. आंदोलनकारी छिड़काव कर्मियों के नेता राजकपिल सहनी ने बताया कि दीपावली एवं छठ जैसा महत्वपूर्ण महापर्व सामने है और छिड़काव कर्मियों को पैसे के लाले पड़े हैं. सहनी ने बताया कि हम सभी छिड़काव कर्मियों ने अपनीे इस ज्वलंत समस्या से जिलाधिकारी, सिविल सर्जन, स्थानीय बीडीओ एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को भी अवगत कराया है, लेकिन अबतक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से छिड़काव कर्मियों के समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इस संदर्भ में पुछे जाने पर केसरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. परमेश्वर ओझा ने बताया कि इन छिड़काव कर्मियों के दैनिक मजदूरी के भुगतान के लिए राशि तो उपलब्ध है लेकिन वित्तीय शक्ति नहीं रहने के कारण भुगतान नहीं हो पा रहा है.
उधर, वेतन सहित अन्य मदों की राशि के भुगतान की मांग को लेकर केसरिया अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी भी आज से हड़ताल पर चले गये. इन स्वास्थ्यकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से इमरजेंसी एवं लेबररुम की सेवा छोड़कर अन्य सभी स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हो गयी है. केसरिया के हड़ताली स्वास्थ्यकर्मियों ने आज एएनएम श्रीकांती कुमारी के नेतृत्व में जिला मुख्यालय मोतिहारी पहुंच कर केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह एवं जिले के सिविल सर्जन डॉ. ब्रजकुमार सिंह को अपना ज्ञापन सौंपा. सिविल सर्जन डॉ सिंह ने ज्ञापन देनेवाले स्वास्थ्यकर्मियों को उनकी मांगों के बावत कहा कि इस मामले में जिलाधिकारी ही निर्णय लेंगे. सिविल सर्जन से मिलकर कार्यालय से बाहर निकले इन हड़ताली स्वास्थ्यकर्मियों ने जोर देकर कहा कि वेतन भुगतान का आदेश निर्गत होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
कालाजार छिड़काव कर्मियों द्वारा की गयी तालाबंदी एवं स्वास्थ्यकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से केसरिया अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है. यहां आनेवाले मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस परिस्थिति में विश्वप्रसिद्ध केसरिया बौद्ध स्तूप के दर्शनार्थ आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को अगर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की नौबत आ जाए तो अस्पताल प्रबंधन को हाथ खड़ा करना पड़ सकता है. ऐसी स्थिति बनी रही तो केसरिया के इस सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल कराने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही आमलोग भी आंदोलन में शामिल होने का मूड बना रहे हैं.
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