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चाईबासा : मध्याह्न भोजन संयोजिका के चयन को लेकर प्रबंध समिति की बैठक आयोजित

संतोष वर्मा

चाईबासा जिले के सरकारी विद्यालयों में मध्याह्न भोजन कार्यक्रम संयोजिकाओं की उदासीनता के चलते सही रूप से संचालित करने में दिक्कतें आ रही हैं. संयोजिकाओं में कार्य के प्रति उदासीनता का मुख्य कारण यह है कि काम के एवज में उनके लिए सरकार की ओर से मानदेय नहीं तय किया गया है.

मानदेय नहीं मिलने से संयोजिका के काम छोड़ने के कारण सदर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय, कमारहातु में मध्याह्न भोजन कार्यक्रम संचालित करने में शिक्षिकाओं को काफी दिक्कतें आ रही हैं. चूंकि मध्याह्न भोजन मद की राशि संयोजिका के हस्ताक्षर से निकासी किया जाता है. विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सुमित्रा पुरती ने कहा कि मध्याह्न भोजन पर उचित तरीके से राशि खर्च करने का सुझाव देने पर संयोजिका काम छोड़ दी. उन्होंने कहा कि संयोजिका को मानदेय नहीं मिलने से अब कोई भी माता सदस्य संयोजिका नहीं बनना चाह रही हैं, इसलिए मध्याह्न भोजन कार्यक्रम संचालित करने में परेशानी आ गई है.
संयोजिका के चयन को लेकर विद्यालय प्रबंध समिति व अभिभावकों की संयुक्त बैठक समिति की उपाध्यक्ष जेमा तिरिया की अध्यक्षता में बुलायी गई. जिसमें सदर प्रखंड के बीइइओ द्वारा बैठक में शामिल होने हेतु प्राधिकृत सीआरपी सुब्रत चन्द्र त्रिपाठी एवं सदर प्रखंड के परिवर्तन दल के सदस्य कृष्णा देवगम की उपस्थिति में सरस्वती देवगम को संयोजिका चुना गया.

बैठक में अभिभावकों ने रोष व्यक्त किया कि प्रबंध समिति के अध्यक्ष नियमित रूप से बैठक में उपस्थित नहीं होते हैं. इसलिए बैठक में नया अध्यक्ष बनाए जाने की आवाज उठने लगी. बैठक में वार्ड सदस्य जयपाल देवगम, नारायण देवगम, गोविन्द देवगम समेत काफी संख्या में अभिभावक मौजूद थे.

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