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अभिषेक श्रीवास्तव
सीवान में एकबार फिर खाकी वर्दी की लालफीता शाही देखने को मिली है. जहाँ सदर अस्पताल में एक लावारिश मरीज की क्षय रोग से मौत हो जाने के बाद अस्पताल प्रशासन शहर के नगर और मुफस्सिल दोनों थानों की पुलिस को लगातार सुचना भेजता रहा लेकिन देर शाम तक किसी भी थाने की पुलिस लावारिश शव का रिकार्ड रखने के लिए पोस्टमार्टम कराने अस्पताल नहीं पहुंची. नतीजतन, मरने के बाद भी एक इंसान का शव लावारिश बन सदर अस्पताल में बेड पर पड़ा हुआ है.
बता दे कि गुरुवार को सदर अस्पताल के आपात कक्ष में तीन दिनों से भरती एक लावारिश टीबी मरीज की मौत हो गई. डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम कराने के लिए दो बार ओडी स्लीप मुफस्सिल थाना व एक बार नगर थाने को भेजा. लेकिन, दोनों थानों की पुलिस ने ओडी स्लीप नहीं लिया. उसके बाद डॉक्टरों ने ओडी स्लीप को महादेवा ओपी थाना भेजा.
लावारिश टीबी मरीज को कोई अज्ञात व्यक्ति करीब तीन पहले सदर अस्पताल में भरती कराकर चला गया था. उसने मरीज का नाम खुबलाल साह पिता का नाम खुशलाल साह और पता की जगह घर महादेवा ओपी थाने के बिंदुसार गांव लिखवाया. टीबी मरीज का करीब तीन दिनों तक सदर अस्पताल में इलाज किया गया. लेकिन, टीबी विभाग द्वारा मरीज की सुधि नहीं ली गयी और गुरूवार को सदर अस्पताल में ही उसकी मौत हो गयी.
मृत मरीज को लेकर अस्पताल के कर्मचारी काफी चिंतिंत है कि अगर समय से पोस्टमार्टम नहीं हुआ तो लाश से दुर्गंध निकलने से परेशानी होगी. जिससे अस्पताल में भर्ती मरीजो के सेहत पर न सिर्फ असर पड़ेगा बल्कि बेड पर एक लाश के पड़ी होने से मरीज और उनके परिजनों में क्षोभ भी हो सकता है.
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