नवादा : कूड़े के ढ़ेर से मिला नवजात बच्ची का शव
सन्नी भगत
समाज का एक तबका आज भी लड़कियों को अभिशाप मानता है. बेटियां पैदा होते ही कभी सड़क के किनारे तो कभी कूड़े के ढ़ेर पर फेंक दी जाती हैं. ऐसा ही एक वाक्या नवादा में सामने आया जहां रोह में फिर ममता का सीना चाक हो गया. एक कलियुगी मां ने अपनी नवजात बच्ची को कूड़े के ढेर पर फेंक दिया. जिसने भी यह देखा-सुना उसका कलेजा कांप उठा।
बता दें कि एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लेकर भारत वाशियों से अपील कर रहे हैं. वहीं आज नवादा से करीब 20 किमी दूर रोह गांव के गुलजार मोहल्ला में इंसानियत शर्मसार हो रही थी. बेटी बचाओ अभियान का मखौल उड़ाया जा रहा था और मां की ममता का रिश्ता कलंकित हो रहा था. नवादा जिला के रोह थाना क्षेत्र के गुलजार मोहल्ले में मंगलवार सुबह एक कूड़े के ढेर पर नवजात बच्ची को फेंक दिया गया था.
वहीं आस पास रहे लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पुलिस ने नवजात बच्ची की शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है. हालांकि पुलिस इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. सवाल यह उठता है कि पुत्र मोह व अंधविश्वास में लोग जन्म लेती मासूम को मरने के लिए सड़क पर या किसी कूड़े के ढेर पर छोड़ जाते हैं. पुत्र मोह में मां-बाप की सोच इस कदर गिर गई है कि उन्होंने अपने दिल को पत्थर बना दिया है.
Comments are closed.