मोतिहारी : जदयू के प्रांतीय नेता लालबाबू सहनी का निधन, पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने जताई संवेदना
एम के सिंह
बिहार प्रदेश जदयू राज्य परिषद् के सदस्य लालबाबू सहनी का मंगलवार को निधन हो गया. वे अपने गृह पंचायत पश्चिमी केसरिया लोहरगांवा के मुखिया भी थे. 75 वर्षीय लालबाबू सहनी पिछले कुछ वर्षो से बीमार चल रहे थे. पटना के एक नीजी अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांसे ली.
वे अपने पिछे धर्मपत्नी एवं तीन पुत्रों सहित भरापूरा परिवार छोड़ गये हैं. पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया प्रखंड अन्तर्गत लोहरगांवा निवासी लालबाबू सहनी करीब 29 वर्षों तक अपने पंचायत के मुखिया रहे. लालबाबू सहनी ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत सीपीआई से की थी.वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव में सीपीआई ने उन्हें केसरिया क्षेत्र से अपना उम्मीदवार भी बनाया था. हालांकि सीपीआई में टूट होने के कारण उक्त चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. वे पूर्वी चंपारण स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र से एम एल सी चुनाव में प्रत्याशी भी बने थे. सीपीआई से मतभेद होने के बाद वे सीएम नीतीश कुमार की नीतियों से प्रभावित होकर जदयू में शामिल हो गये थे. सीएम नीतीश कुमार के वे काफी करीबी थे.
उनके निधन पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने गहरा शोक व्यक्त किया है. डॉ अखिलेश सिंह ने अपने शोक संदेश में कहा कि मुखिया लालबाबू सहनी के निधन से चंपारण के गरीबों ने अपना हितचिंतक खो दिया है. केसरिया के पूर्व विधायक बब्लूदेव ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि लालबाबू सहनी के निधन से उन्हें व्यक्तिगत क्षति हुई है. उनके निधन पर केसरिया के पूर्व विधायक मो ओबैदुल्लाह, पूर्व विधायक महेश्वर सिंह, भाजपा नेता रामशरण प्रसाद यादव, राजद नेता मनोज कुमार यादव, केसरिया प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष बच्चूलाल यादव, प्रखंड प्रमुख राकेश सिंह, उपप्रमुख दुष्यंत कुमार राजू, पैक्स अध्यक्ष जीतेंद्र कुमार सिंह, पूर्व प्रमुख सुमित्रा कुमारी यादव, जदयू नेता यतीन्द्र कुमार कश्यप, समाजसेवी अभय कुमार सिंह, नप के मुख्य पार्षद रजनीश कुमार पाठक, नगर पार्षद रौशन कुमार, समाजसेवी प्रभुनाथ प्रसाद एवं सीपीआई नेता अतीक अहमद खां ने गहरी संवेदना जताई है.
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