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आरा : आंगनबाड़ी सेविका की बहाली के लिए सीडीपीओ के एजेंट ने मांगे डेढ़ लाख रुपये

बबलू सिंह

आरा में समेकित बाल विकास योजना के तहत जिले के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर आंगनबाड़ी सेविका की बहाली में पैसों के खेल का मामला सामने आया है. वहीं आंगनबाड़ी सेविका की बहाली की आड़ में कई दलालों की भी चांदी कट रही है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है भोजपुर के बड़हरा प्रखंड के नथमलपुर पंचायत के वार्ड संख्या 15 स्थित महुदही गांव में, जहां सेविका बहाली की सारी अहर्ताओं को पूरा करने के बावजूद एक अभ्यर्थी से डेढ़ लाख रुपये की मांग की गई है.

पैसों की मांग करनेवाला बड़हरा सीडीपीओ कार्यालय की पर्यवेक्षिका का कथित एजेंट अजय सिंह नाम का व्यक्ति बताया जा रहा है. पीड़ित अभ्यर्थी ने इस बाबत बड़हरा सीडीपीओ राजलक्ष्मी देवी, भोजपुर जिलाधिकारी संजीव कुमार, आईसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव और समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा सहित मुख्यमंत्री को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.

मेधा सूची में प्रथम स्थान पानेवाली अभ्यर्थी विभा देवी ने पैसे मांगे जाने का आरोप बड़हरा सीडीपीओ कार्यालय की पर्यवेक्षिका सजला शर्मा के एक कथित एजेंट अजय सिंह पर लगाया है. अभ्यर्थी विभा देवी और पेशे से वकील उनके पति श्रीभगवान सिंह ने एजेंट अजय कुमार पर सीडीपीओ कार्यालय में डेढ़ लाख रुपये नजराना देकर बहाली किये जाने का आरोप लगाते हुए एजेंट अजय सिंह द्वारा कई बार फ़ोन पर जल्दी पूरे पैसे मुहैया करने की मांग की बात कही है. आवेदन के मुताबिक विभा देवी के पति से मोबाइल पर बातचीत के दौरान एजेंट अजय कुमार ने उनकी पत्नी की सेविका बहाली के लिए एक लाख 50 हजार रुपये की मांग करते हुए 50 हजार रुपये पर्यवेक्षिका सजला शर्मा को, 50 हजार रुपये बड़हरा सीडीपीओ राजलक्ष्मी देवी को देने और बाकी बचे 50 हजार रुपयों में से एजेंट अजय सिंह ने सीडीपीओ कार्यालय के बड़ा बाबू समेत चार लोगों में बांटने की बात कही है.

वहीं पैसों के इस खेल के बाबत भोजपुर जिला प्रशासन के पदाधिकारियों सहित मंत्रालय और विभाग को भी सूचना देने के बाद आवेदिका विभा देवी और उसके पति श्रीभगवान सिंह अबतक सेविका बहाली से वंचित हैं. आवेदिका विभा देवी जिला प्रशासन से पूरे मामले में दोषी लोगों पर उचित कार्रवाई करने और सेविका बहाली में मेधा सूची के अनुसार उनकी बहाली की मांग कर रही हैं.

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