फिल्मों में आने के लिए परिवार से प्रोड्यूसर तक संघर्ष करना पड़ा है भोजपुरी अभिनेत्री प्रियंका पंडित को
अनूप नारायण सिंह
भोजपुरी फिल्म एक्ट्रेस प्रियंका पंडित को फिल्म में संघर्ष करने से पहले घर में ही इस इंडस्ट्री में आने को लेकर संघर्ष करना पड़ा था. मां और पिता नहीं चाहते थे कि बेटी फिल्मों में काम करे. वहीं प्रियंका को मनाने में एक साल लग गए.
प्रियंका ने बताया कि एक फिल्म मैंने बिना पापा को बताए कर लिया था. वह फिल्म रिलीज होने वाली थी. जिसके बाद कई फिल्मों का ऑफर आने लगा था. मैंने यह बातें पापा को बताई तो काफी गुस्से में हो गए. अगली फिल्मों में काम करने से मना कर दिया. पापा को मनाने में एक साल लग गए.
परिजन नहीं चाहते थे कि ब्राह्मण की बेटी करें फिल्मों में काम
प्रियंका ने कहा कि परिजनों का कहना था कि ब्राह्मण की बेटी फिल्म में काम करें. यह एक ब्राह्मण की बेटी को शोभा नहीं देता है. यह काम बड़े लोगों का नहीं है. मैं गुजरात के जिस जगह से हूं वह बहुत ही छोटा जगह है. वहां पर कोई सोच भी नहीं सकता है कि बेटी फिल्म में काम करें. वहां तो किसी लड़के से बात करना भी मना होता था.
पढ़ाई के दौरान की थी गुजराती फिल्म
प्रियंका ने बताया कि 2009 में 12वीं में पढ़ाई करने के दौरान ही एक गुजराती फिल्म में काम करने का मौका मिल गया था. फिर एक पार्टी में भोजपुरी फिल्म के डायरेक्टर ने काम करने का ऑफर दिया. 2013 में मैंने भोजपुरी फिल्म ‘जीना तेरी गली में’ की. एक साल के गैप के बाद 2014 में फिल्म ‘जानेमन’ से वापसी की.
आइटम सांग हुआ था फेमस
प्रियंका ने फिल्मों में आइटम सांग करने को लेकर बताया कि फिल्म में आइटम सांग करना आपके इच्छा पर है. मना करने पर ऐसा नहीं हैं कि आपको करना ही पड़ेगा. फिल्म ‘दिल भईल दीवाना’ में एक आइटम सांग किया था.जो 2015 में बहुत फेमस हुआ था. प्रियंका ने बताया कि अबतक 20-22 फिल्में मैंने की हैं.
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