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दुमका के परमानंद चौधरी लातेहार के बुढ़ापहाड़ में शहीद सात जवानों में शामिल, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल

लातेहार के बुढापहाड़ में शहीद सात जवानों में एक दुमका के नगर थाना क्षेत्र के रघुनाथगंज निवासी परमानंद चौधरी हैं. जिसकी खबर मिलते ही घर में मातम छा गया.  परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घर मे एक बुढी मां, एक दो वर्ष की बेटी अर्पिता, पत्नी रूबी चौधरी एवं शादी सुदा बहन रूपा देवी अपने पति शैलेन्द्र कुमार चौधरी के साथ रहती है.

बहनोई शैलेन्द्र दुमका के हीरो शो रूम में काम करते है. पिता गणेश चौधरी का देहांत हो चुका है. शहीद परमानंद मूल निवासी बिहार के शिवनारायणपुर निवासी है. चार भाई और बहनों में सबसे बड़े है. एक बहन नंदनी चौधरी के बाद छोटा भाई अमरनाथ चौधरी छत्तीसगढ़ में प्राइवेट कंपनी में काम करता है. संत जोसेफ स्कूल में पढ़ने वाले शहीद परमानंद मैट्रिक की परीक्षा 1994 में पास कर आगे की पढाई एसपी कॉलेज से किया था.

बता दें कि तीन दिन पूर्व छूट्टी  से वापस लौटे थे. वे मां श्यामा देवी के पैर टूटने पर देखने के लिए दो दिनों के छुट्टी पर आये थे. जवान के मौत से परिवार सहित पूरा शहर स्तंभ है. मासूम अर्पिता पिता के खोने के दुःख से बिल्कुल अंजान है. झारखण्ड के ग्रामीण विकास  मंत्री नील कंठ मुंडा ने नक्सलियों द्वारा किये गए  कायरतापूर्ण घटना पर निंदा व्यक्त करते हुये मुख्यधारा पर लौटने की अपील की है. शहीद जवान परमानन्द के दोस्त ने परमानन्द को एक बेहतर और मिलनसार  दोस्त  बताया है.

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