दुमका : राजकीय जनजातीय हिजला मेला में आदिवासी नृत्य प्रतियोगिता को लेकर एसडीओ ने की बैठक
झारखण्ड के दुमका में आगामी 16 फरवरी से होने वाले हिजला मेला को लेकर दुमका के अनुमंडल पदाधिकारी सह मेला आयोजन समिति के सचिव राकेश कुमार ने राजकीय जनजातीय हिजला मेला कला संस्कृति आयोजन समिति के सदस्यों के साथ बैठक की.
बैठक में कतिपय कला दलों द्वारा नृत्य प्रतियोगिता का विरोध किये जाने से उत्पन्न परिस्थितियों पर आयोजन समिति के सदस्यों से बाते करते हुए एसडीओ ने बताया कि इस बार बाहरी मैदान में होने वाले हिजला मेले में आदिवासी नृत्य को प्रतियोगिता का रूप देने से न सिर्फ कलाकारों में बेहतर से बेहतर कार्यक्रम प्रस्तुत करने की इच्छा बलवती होगी, बल्कि इससे योग्य कलाकारों को उचित सम्मान भी मिलेगा.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन स्थानीय कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु कृतसंकल्प है. ऐसी स्थिति में हिजला मेला को कला संस्कृति को बढ़ावा देने का उचित मंच मानकर आयोजन समिति के तमाम सदस्यों के सर्वसम्मति से ही बाहरी मैदान में आयोजित होने वाले नृत्य कला बेहतर मंच के माध्यम से प्रतियोगिता करा संस्थागत रूप देने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हिजला मेला संथाल परगना क्षेत्र के सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक वैभव का प्रतीक है. उन्होंने तमाम दुमका वासियों से हिजला मेला के सांस्कृतिक गौरवमयी इतिहास को अक्षुण्ण बनाए रखने की अपील की.
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